लंदन आतंकवादी हमले में ब्रिटीश कोल्मबिया की महिला समेत 6 लोगों की मृत्यु की पुष्टि
औटवा। गत रविवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों में कैनेडा की एक महिला की मृत्यु की भी पुष्टि की गई हैं, परिजनों के अनुसार 30 वर्षीया क्रिस्टीन आर्चबैल्ड इस हमले में मारी गई हैं, सूत्रों के अनुसार ब्रिटेन के लंदन में दो अलग-अलग जगह हुए आतंकवादी हमलों में छह लोगों की मौत हो गई जबकि 48 घायल हो गए। पुलिस ने तीन हमलावरों को भी मार गिराया। यह हमला लंदन ब्रिज पर शनिवार को रात 10 बजे हुआ। वैन सड़क पर चल रहे लोगों को कुचलती हुई चली गई। यह वैन लोगों को कुचलते हुए बोर बाजार की ओर बढ़ती चली गई, जहां वैन से तीन हमलावर उतरे और उन्होंने रेस्तरां में लोगों पर चाकू से हमले करने शुरू कर दिए। घायलों में एक ब्रिटिश परिवहन पुलिस का अधिकारी भी है। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने आठ मिनट के भीतर ही संदिग्धों को मार गिराया। मेट्रोपॉलिटन पुलिस सहायक आयुक्त मार्क रॉवले ने बताया, संदिग्धों ने विस्फोटक जैकेट जैसा कुछ पहना हुआ था जो जांच के बाद नकली निकले। उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा है कि इन घटनाओं को तीन ही हमलावरों ने अंजाम दिया। मेट्रॉपॉलिटन पुलिस ने ट्वीट कर कहा, लंदन ब्रिज और बोर बाजार की घटनाएं आतंकवादी घटनाएं थीं। हम इसे आतंकवादी घटना मान रहे हैं और इसकी जांच कर रहे हैं। देश में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी ने आम चुनाव का प्रचार की योजना रद्द कर दी है। ब्रिटेन प्रधानमंत्री थेरेसा मे सरकार की संकट समिति की आपत बैठक की अध्यक्षता करेंगी। द गार्डियन के मुताबिक, लंदन के महापौर सादिक खान ने कहा कि मुझे यह जानकर गुस्सा आ रहा है कि ये कायर आतंकवादी लंदन के निर्दोष लोगों को जानबूझकर निशाना बना रहे हैं। विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने इस घटना को बर्बर बताया। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर के हवाले से बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस संबंध में पूर्ण जानकारी दी गई है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, अमेरिका, लंदन और ब्रिटेन की जो भी मदद कर सकता है, वह करेगा। हम आपके साथ हैं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर कहा, में चौकस रहने की जरूरत है। अदालतों को हमारे अधिकार लौटाने चाहिए। हमें यात्रा प्रतिबंध को उच्च स्तर पर प्रभावी करने की जरूरत है। मार्च के बाद से यह ब्रिटेन में हुआ तीसरा आतंकवादी हमला है। इस घटना के बाद लंदन ब्रिज को बंद कर दिया गया। बसों के मार्गो में बदलाव किाय गया है और पास के साउथवार्क ब्रिज को भी बंद कर दिया गया है। हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बीबीसी के रिपोर्टर हॉली जोन्स का कहना है कि वैन को एक पुरूष चला रहा था और वैन की रफ्तार 50 मील प्रतिघंटा थी। जोन्स उस समय घटनास्थल पर ही मौजूद थे। जोन्स ने कहा, वैन मेरे सामने से ही निकली और उसने पांच से छह लोगों को टक्कर मार दी। वैन ने दो लोगों को मेरेर सामने ही टक्कर मारी। लंदन ब्रिज की घटना का गवाह बने एक जोड़े ने कहा, हमने एक शख्स को देखा, वह दूसरे शख्स पर चाकू से हमला कर रहा था। उशने तीन बार उस पर चाकू से वार किया। गौरतलब है कि लंदन के मैनचेस्टर में ही 22 मई को आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी। ब्रिटेन सरकार ने मैनचेस्टर हमले के मद्देनजर आतंकी अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया था और पुलिस की सहायता के लिए सेना की तैनाती भी कर दी थी। कालग्रे में अल्पा हाऊस के कार्यकारी निदेशक कैथी क्रिस्यनसेन ने बताया कि मारी गई महिला एक गैर-लाभार्थी संस्था में कार्यरत थी, जो सामाजिक कार्यों में तल्लीनता के साथ जुड़ी हुई थी। क्रिस्टीन की अकस्मात मृत्यु से उसके परिजन व मित्रों के गहरा धक्का लगा हैं, सभी इस असमय आई आपदा से बेहद दुखी हैं और दुनिया में बढ़ती आतंकी घटनाओं का ठोस व कठोर उपाय निकालने के पक्ष में नजर आएं।
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