गरीबी-उन्मूलन ग्रुप्स ने कहा, बाल कल्याण के प्रोत्सहन पर दें जोर
औटवा। गरीबी-उन्मूलन ग्रुप्स का कहना हैं कि केंद्र सरकार द्वारा बाल कल्याण के प्रोत्साहन के लिए और अधिक कार्य करना चाहिए, जिससे बाल कल्याण समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा सकें। सरकार को कुछ ऐसे बदलावों को तुरंत लागू करने चाहिए जिससे बाल कल्याण योजनाओं को पूरा आकार मिल सके और उन्हें साकार करने में कोई कमी न आ सके। बाल कल्याण में बढ़ोत्तरी से उन अभिभावकों को सबसे अधिक लाभ होगा जो अभी पहली बार अभिभावक बने हो, इससे उनके जीवन स्तर में बढ़ोत्तरी होगी और गरीबी उन्मूलन के सरकार के लक्ष्य को सहारा मिलेगा। बाल कल्याण की नीतियों को साकार करने के लिए सबसे पहला कदम हैं बाल गरीबी को कम करना और यह तभी हो पाएगा जब बाल कल्याण को बढ़ाया जाएं, आंकड़ों की माने तो 2020 तक 50 प्रतिशत तक बाल गरीबी पर नियंत्रण पाया जा सकता हैं। गु्रप की नेशनल कॉ-ओर्डिनेटर अनीता खन्ना ने कहा कि सरकार को इसके लिए और अधिक रोजगार इंश्योरेंस लाभों के बारे में सोचना होगा। जिसमें सभी नए अभिभावकों को शुरु से ही प्रवेश करवाना होगा, जिससे इसका लाभ उन्हें शुरु से मिले और इसके लिए उन्हें कभी कोई आर्थिक समस्या नहीं झेलनी पड़े जिससे गरीबी को मिटाने में भरपूर सहायता हो सके। खन्ना ने आगे कहा कि बचपन की गरीबी बहुत लंबी होती हैं, जिसके कारण यह गरीबी बढ़ती ही जाती हैं, परन्तु समय रहते इस पर नियंत्रण करने से इसे जल्द ही दूर कर दिया जाता हैं और स्थिति सामान्य हो जाती हैं।
Comments are closed.