प्रस्तावित अनुबंध के पक्ष में मत देंगे टोरंटो जू कर्मचारी
पिछले माह से हड़ताल पर गए 400 कर्मचारियों ने गत रविवार को यह प्रमाणित किया कि वे शीघ्र ही जू के यूनियनाईज्ड कर्मचारियों के प्रति मत देंगे
टोरंटो। टोरंटो जू के यूनियनाईज्ड कर्मचारियों प्रमाणित किया हैं कि वे अनुबंधित प्रस्ताव के लिए मत देंगे, ज्ञात हो कि पिछले माह से ये कर्मचारी हड़ताल पर हैं। यूनियन मैम्बरस चार वर्ष के अनुबंध की मांग कर रहे हैं, जबकि ये कर्मचारी पशुओं की देखभाल के लिए अपनी हड़ताल खत्म करने पर राजी हो रहे हैं। जू प्रशासन और कर्मचारियों के मध्य समझौते के लिए नए प्रस्तावों की बात चल रही हैं, जिसके अंतर्गत यूनियन प्रतिनिधियों ने हड़ताली जू कर्मचारियों को कहा कि जल्द ही उनके सामने पेश किए जाएंगे नए प्रस्ताव। सीयुपीई लोकल 1600 के लगभग 400 सदस्य 11 मई से अपने कार्य पर नियमित नहीं हैं, जिसके समझौते के लिए प्रशासन प्रयासरत हैं और वह जल्द से जल्द इस समझौते को करके इस समस्या का हल चाहती हैं। दोनों ओर से होने वाले प्रयासों से अभी कोई बात नहीं बन पा रही, जिसमें वार्ता के विफल होने की घोषणा सीयुपीई 1600 के अध्यक्ष क्रिस्टीयन मक्केन्जी ने अपनी घोषणा में की और जू प्रशासन ने भी बातचीत सफल नहीं होने की घोषणा समझौता टेबल पर की। परन्तु अब प्रशासन और जू स्टाफ निर्दोष जानकारों की सुरक्षा और कल्याण के लिए समझौते पर मान सकते हैं, जिससे इन बेजुबान पशुओं व पक्षियों को उनकी लड़ाई में कोई नुकसान न पहुंचे। जू प्रशासन ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से इन पशुओं का चारा-पानी उचित प्रकार से नहीं हो पा रहा, और इनकी सुरक्षा भी अव्यवस्थित हैं, जिसके कारण सदैव डर बना रहता हैैं। परन्तु उन्होंने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही इसका हल निकाल लिया जाएगा और स्थितियां पुन: पहले के समान हो जाएगी। मक्केन्जी ने कहा कि स्टाफ का पशुओं के प्रति सेवा भाव को झुठलाया नहीं जा सकता, इसके लिए हम स्टाफ की आज भी प्रशंसा करते हैं, परन्तु प्रशासनिक कारणों से हम उनकी सभी मांगे नहीं मान सकते। उन्होंने आगे बताया कि जैसे 15 मई की घटना में एक शावक तेंदुए को कर्मचारियों ने अपनी पिकेट लाइन लाघंकर मदद की जब वह अपनी मां के सरंक्षण में नहीं जा पा रहा था। जू बोर्ड को समझना होगा कि इस प्रकार से जानवरों की असुरक्षा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। जिसका उपाय शीघ्र ही नहीं निकाला तो किसी भी दिन कोई बड़ी अप्रिय घटना हो सकती हैं।
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