हमसफर को तलाशने कैनेडा और न्यूयॉर्क से पहुंचे लोग, मेम नहीं बीबी चाहिए
इंदौर – मन में संस्कारित साथी की चाह लिए, परिवार और प्रोफेशनलिम को साथ लेकर चलने वाले हमसफर की तलाश में छह देशों से आए प्रत्याशियों ने रविवार को विजय नगर स्थित एक निजी होटल में परिचय दिया। मौका था खंडेलवाल वैश्य पंचायती सभा के पहले परिचय सम्मेलन का। शिकागो, न्यूयॉर्क, क्वालालंपुर, कैलिफोर्निया, कैनेडा, दुबई के अलावा देश के भी कई रायों से आए 450 उच शिक्षित युवक-युवतियों ने मंच से पसंद बताई। शाम तक 25 रिश्तों की बात बनी।
डॉक्टर्स, सीए, आईटी, एमबीए, एमसीए कर चुके प्रत्याशियों ने भारत में अपने हमसफर की पसंद जाहिर की। सभा अध्यक्ष अनिल कूलवाल ने बताया शुभारंभ संत सुंदरदास महाराज के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। समाज की परिचय पुस्तिका का लोकार्पण भी हुआ। संचालन प्रदीप जैन ने किया।
घर संभालने वाली बहू चाहिए- न्यूयॉर्क से आए फाइनेंशियल कंसल्टेंट अर्चित खंडेलवाल के पिता राजकमल ने बताया हमें संस्कारी और घर संभालने वाली बहू चाहिए। भारतीय दुल्हनों में ही ये गुण होते हैं, विदेशों में तो संस्कार ही नहीं बचे। वहीं, सॉफ्टवेयर इंजीनियर पीयूष (न्यूयॉर्क) के पिता गोविंद खंडेलवाल ने बताया अमेरिका में बसे समाजजनों की युवतियां भी देखीं, लेकिन वे भारतीय युवतियों की बराबरी नहीं कर सकतीं। हमें परंपरा निभाकर चलने वाली भारतीय बहू चाहिए।
प्रोफेशनल साथी चाहिए
मलेशिया की पायल खंडेलवाल को ऐसा जीवन साथी चाहिए जो दोनों परिवारों को लेकर चले। उधर, शिकागो में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अर्पित सामरिया की मां अनीता के मुताबिक हम ऐसी लडक़ी से शादी करेंगे जो संस्कारित होने के साथ जॉब भी करे।
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