समीक्षकों ने मेयर की आर्थिक योजना को बताया ‘छलावा’
मेयर लिंडा जैफरी पर आरोप लगाते हुए समीक्षकों का कहना हैं कि आर्थिक फाइल में उन्होंने अपनी सफलताओं को कुछ अधिक ही बढ़ा-चढ़ाकर कहा हैं।
ब्रैम्पटन। ब्रैम्पटन मेयर लिंडा जैफरी के विकास कार्यों पर एक बार फिर से सवालिया निशान उठाएं जा रहे हैं, अभी हाल ही में लिंडा जैफरी ने वादा किया था कि वह वर्तमान स्थिति को भंग करके नई योजनाओं को प्रतिरुप देंगी और इसके लिए उन्हें अपने कार्यालय के सहयोग की आवश्यकता हैं, परन्तु इस कार्य में उन्हें कई कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ सकता हैं, जिससे वह डरने वाली नहीं, उन्होंने कहा कि ब्रैम्पटन के बदलाव हेतु वह वैश्विक शोध और स्वास्थ्य सेवाओं को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं। परन्तु दूसरी और उनकी योजनाओं के असफल होने से उनके कहे वाक्यों पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। पूर्व प्रांतीय काउन्सिलर जॉन सैन्डरसन ने उनकी बातों को ”छलावा” कहा, ज्ञात हो कि 2014 में जॉन मेयर पद के लिए उनके प्रतिद्वंदी उम्मीदवार रह चुके थे, उन्होंने आगे कहा कि लिंडा द्वारा ब्रैम्पटन बदलाव की योजनाएं खोखली साबित हो रही हैं। उनके शोध कार्यों में बहुत कमियां हैं, जिसके कारण वह पूर्ण होने में इतना अधिक समय ले रही हैं। 2014 में किए उनके वादे झूठे साबित हो रहे हैं, उन्होंने लोगों को नए ब्रैम्पटन की कल्पना दिखाई थी, जिसमें उसे प्रांत के सिलीकॉन वैली का रुप दिया गया जहां रोजगार, शोध कार्य, आधुनिक विचारों की भरपूर सुनिश्चितता थी, परन्तु लगभग तीन वर्ष पश्चात भी ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा। दूसरी ओर जैफरी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी छ: योजनाएं अभी कार्यन्वित हैं और जल्द ही उनके परिणाम आने लगेंगे, आगामी वर्षों में उनकी नई योजनाओं से यह बात सिद्ध हो जाएगी कि वह ब्रैम्पटन के विकास में कितनी कारगर साबित हुई।
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