बांग्लादेश में 15 दिन में लगभग तीन लाख रोहिंग्या पहुंचे
संयुक्त राष्ट्र ने आज कहा कि म्यामां के रखाइन प्रांत में ताजा हिंसा भड़कने के 15 दिनों में लगभग तीन लाख रोहिंग्या मुसलमान पलायन कर बांग्लादेश पहुंचे हैं। इस आंकड़े के अनुसार लगभग एक दिन में 20 हजार रोहिंग्याओं ने पलायन किया है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता जोसेफ त्रिपुरा ने कहा, ‘‘25 अगस्त के बाद से लगभग दो लाख 90 हजार रोहिंग्या बांग्लादेश पहुंचे हैं।’’ अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने उन गांवों और क्षेत्रों में अधिक रोहिंग्याओं को पाया है जिन्हें पूर्व में राहत एजेंसियों ने शामिल नहीं किया था। अधिकतर रोहिंग्या म्यामां से लगती सीमा को पार कर पैदल या नौकाओं के जरिए बांग्लादेश पहुंच रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि बुधवार को पलायन में थोड़ी वृद्धि हुई जब 300 से अधिक नौकाएं बांग्लादेश पहुंचीं। बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश पहुंचे रोहिंग्याओं की संख्या 1,64,000 बताई थी। बौद्ध बहुल म्यामां में रोहिंग्याओं के साथ लंबे समय से भेदभाव होता रहा है। म्यामां इन लोगों को नागरिकता देने से इनकार करता है। म्यामां सरकार उन्हें बांग्लादेश के अवैध आव्रजक मानती है, जबकि वे पीढ़ियों से म्यामां में रह रहे हैं। हिंसा में बढ़ोतरी से पहले म्यामां से लगती बांग्लादेश की सीमा पर स्थित शरणार्थी शिविरों में पहले से ही लगभग तीन लाख रोहिंग्या हैं तथा अब स्थिति और गंभीर हो गई है।
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