उपचुनावों में लिबरल्स के सामने केवल सिंह और स्चीर ही एकमात्र चुनौती : चैनटल हैबर्ट
कंजरवेटिवस और एनडीपी द्वारा लिबरलस पर नियंत्रण के लिए और अधिक पार्टी कर्मचारियों की नियुक्ति करनी होगी। लेकिन यदि अभी भी कोई पछतावा होता हैं तो शेष पार्टियां अपनी दुविधा दूर करने के लिए अपने नेता प्रमुखों से चर्चा कर सकते हैं और अपनी आगामी नीतियों के ब्यौरे की सार्वजनिक जानकारी भी रख सकते हैं।
मॉन्ट्रीयल। एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा कि सभी को प्रोत्साहित करने के लिए बस आपका स्नेह और समय की आवश्यकता हैं, इसके पश्चात कोई भी नेता किसी भी चुनौती का सामना कर सकता हैं, सोशल मीडिया के शास्त्र की समझ रखने वाले सिंह ने अपनी चतुराई से ही बड़े दिग्गजों को पीछे करते हुए एनडीपी प्रमुख का पद हासिल किया। सिंह का मानना हैं कि इस समय केवल एनडीपी की शान ही उसके पास शेष बची हैं, फिर भी सिंह यहीं प्रयास कर रहे हैं कि किसी प्रकार से हाऊस ऑफ कॉमनस में प्रवेश मिल सके। इसके लिए वह पूरी कोशिश करेंगे कि उन्हें इस चुनाव में उन्हें जीत मिले। उन्होंने यह भी कहा कि देश को यह सोचना होगा कि अब वह परिवारवाद को बढ़ावा दें जैसे पूर्व नेता के पुत्र जस्टीन ट्रुडो ने देश को अपनी बातों से प्रभावित करके प्रधानमंत्री का पद हासिल किया, परंतु अब समय आ गया हैं कि जल्द ही देशवासियों को समझ आ जाएगा कि क्या अच्छा हैं, और वह बदलाव की राजनीति अपनाते हुए किसी नए सदस्य को देश चलाने का मौका दें। जब पार्टी ने लैक-सेंट-जीन की सीट हारी तो उन्होंने प्रतिक्रिया दी कि उन्हें अभी और अधिक मेहनत करनी होगी, तभी लोग उन पर विश्वास कर पाएंगे। सोमवार को आएं परिणामों को देखते हुए लिबरलस के लिए यह अवश्य ही जीत का मौका हैं परंतु यह भी सोचने की बात हैं कि इन चुनावी परिणामों में जीत का प्रतिशत कम हुआ हैं, जिसका अनुमान यह लगाया जा रहा हैं कि लोग कंजरवेटिवस की ओर पुन: आकर्षित हो रहे हैं, गौरतलब हैं कि 1972 के पश्चात से लिबरलस सत्ता में आई ही नहीं, इतने वर्षों के बाद 2015 में लोगों ने ट्रुडो को दोबारा चुना, परंतु अब भी उन्हें कई चुनौतियों को पार करना होगा। चुनौतियों के समय में सभी पार्टियों के लिए कड़ी मेहनत का समय आ गया हैं, लोग अब केवल पार्टी के नाम पर अपना वोट नहीं देती अपितु उनके द्वारा नई तकनीक के कार्यों की विवेचना करके ही अपना मत बनाती हैं।
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