2017 में जू आने वालों की संख्या में आई कमी : टोरंटो जू
अधिकारियों ने माना कि जू में अव्यवस्था के कारण पांडा को रवाना किया गया कालग्रे, जिससे कमी आई आंगतुको में अधिकतर लोग पांडा देखने आते थे जू
टोंरटो। टोरंटो जू के अधिकारियों ने माना कि वर्ष 2017 में कर्मचारियों की हड़ताल का जू प्रबंधन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा, इसका सबसे अधिक बुरा असर गर्भवती पांडा को कालग्रे जू में ले जाना हुआ, कर्मचारियों की कमी के कारण अधिकारियों को गर्भवती पांडा के प्रसव हेतु उसे कालग्रे जू भेजना पड़ा जिससे वे अपने कबस उचित प्रकार से प्रजनन कर सके। लेकिन जू में पांडा न देख पाने के समाचार से टोरंटो जू में आंगतुकों की संख्या में भारी गिरावट आई, यहां विशेष रुप से पांडा देखने ही लोग आते है। आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2017 में आगंतुकों की उपस्थिति में 1.05 मिलीयन की कमी आई। जानकारों के अनुसार यह उपस्थिति वर्ष 2016 से लगभग 19 प्रतिशत कम हैं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि वर्ष 2017 में सीयुपीई के कर्मचारियों की लंबी हड़ताल के प्रभाव से यह घाटा हुआ। जू अधिकारियों ने बताया कि इसके कारण राजस्व विभाग को भी 5 मिलीयन डॉलर का मोटा घाटा सहन करना पड़ा। रिपोर्ट में यह भी माना गया कि यह घाटा अकारण नहीं इसे समय रहते सुलझाया भी जा सकता था यदि जू प्रशासन और कर्मचारियों ने आपसी तालमेल बेहतर किया होता, तो हड़ताल शीघ्र ही समाप्त हो जाती और कर्मचारी अपने कार्यों पर लौट आते, तब इस प्रकार की स्थिति नहीं उत्पन्न होती। जानकारों के अनुसार पिछले वर्षों के आंकड़ो की तुलना में जू आने वालों की संख्या में गिरावट चिंता का विषय हैं, जिसे समय रहते नहीं संभाला गया तो स्थिति और अधिक भयावह हो सकती है।
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