जॉर्जीएटी लीब्लेनस संसदीय राजकवि के अतिरिक्त भी अपना कार्यक्षेत्र बढ़ाएगी
औटवा। अपनी उपलब्धि पर प्रसन्न आ रही जॉर्जीएटी ने कहा कि वह इस पल को कभी नहीं भुला सकती जब वह सीधे स्कूल परिसर ने संसद में पहुंच गई। क्यूबेक की कवयित्री ने बताया कि भविष्य में अगले दो वर्षों के दौरान वह अपने पद की गरिमा व गोपनीयता को बनाएं रखना। लाइब्रेरी में उन्होंने कहा कि लाईब्रेरी के अंदर आप कभी भी कुछ नहीं मिलने की दुविधा बनी रहती हैं, जिसके कारण लोग लाईब्रेरी के अनुरक्षण दामों से परेशान हो जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह संसदीय गायिकी को और अधिक प्रोत्साहित होने के लिए उनके कामों पर ध्यान देना होगा। ज्ञात हो कि संसद में इस पद की स्थापना हुए 17 वर्ष हो गए हैं, जिसके कारण इसके प्रोत्साहन में कोई और अन्य कार्यों को भी शामिल किया गया हैं। उन्होंने अपने जीवन के बारे में भी लिखा और कहा कि इस प्रकार की योजनाओं से संसदीय गायिकी में प्रोत्साहन भी एक कार्य हैं। जिसे वह 17 वर्ष की आयु से ही प्रोत्साहित कर रही है। अपनी कविताओं के बारे में बताते हुए उन्होनें कहा कि इसके लिए उन्होंनेे घोर परिश्रम किया हैं, एक-एक कविता को केवल एक बार नहीं अपितु कई बार लिखा जिसके पश्चात ही वी आज इतनी अधिक प्रख्यात हैं। गौरतलब हैं कि उन्होंने अपनी योजनाओं को साकार रुप देने के लिए बहुत अधिक परिश्रम किया, जिसके पश्चात उन्होंने अपनी पहली प्रस्तुति अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर की जोकि उनके लिए एक गौरव की बात है।
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