बॉस हो सबके लिए उपलब्ध
ज़ेमैन मानते हैं कि किसी कंपनी का माहौल एक परिवार की तरह होता है। अगर ऐसा नहीं होता तो ऑफिस के काम के मशीनी हो जाने का ख़तरा रहता है। इसलिए यह जरूरी है कि कर्मचारी आसानी से बॉस तक अपनी बात पहुँचा सकें और अपनी शिकायतें रख सकें। ज़ेमैन मानते हैं कि उनके कर्मचारियों को बॉस से ऐसी उम्मीद करना जरूरी है।
रेनरेन के सीईओ जो छेन कहते हैं कि उनके कर्मचारी उन्हें जो ही कह कर बुलाते हैं। ज़ेमैन कहते हैं, एक बार आप ऐसा माहौल बना देते हैं तो लोग खुद ही मिलजुलकर काम करते हैं और खुद ही सोचते हैं कि वो किस तरह कंपनी के लिए यादा बेहतर साबित हो सकते हैं।
चीन में सबसे अधिक लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ‘रेनरेनÓ की मुख्य कार्यकारी अधिकारी जो छेन भी ज़ेमैन से सहमत हैं। ‘रेनरेनÓ पर कुल 17 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। छेन कहते हैं कि ‘रेनरेनÓ सही कॉरपोरेट कल्चर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। हम अपने कर्मचारियों को खुला माहौल देते हैं।
हम अपनी कंपनी में कोशिश करते हैं कि बॉस तक कर्मचारियों की पहुँच आसान हो और इसीलिए हमारी कंपनी में किसी भी कर्मचारी को उसके आधिकारिक पदनाम से नहीं बुलाया जाता।
छेन बताते हैं कि परंपरागत भारी-भरकम चीनी नाम के बजाय उनके कर्मचारी उन्हें ‘जोÓ ही कहते हैं। छेन कहते हैं कि अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस भारी-भरकम तरीके से बुलाने से आपकी क्रिएटिविटी आधी तो ऐसे ही खत्म हो जाती है। इसलिए इन सब से हम दूर रहते हैं।
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