वैध रिटेलरों से मारीजुआना खरीदना चाहते हैं दो-तिहाई कैनेडियनस : सर्वे
औटवा। एक नए सर्वे से यह बात स्पष्ट हुई है कि कैनेडा के अधिकतर पॉट यूजरस सरकार द्वारा वैध रिटेलरों से ही इसे खरीदना चाहते हैं, सर्वे में यह भी बताया गया कि दो-तिहाई कैनेडियनस वैध उत्पादों पर ही अपना धन खर्च करना उचित मान रहे हें, गौरतलब है कि 1500 कैनेडियनस पर करवाएं एक सर्वे के अनुसार इस बात का खुलासा किया गया। गत 6-20 मार्च को कैनेडियनस ने बताया कि पिछले वर्ष इस उत्पाद की बिक्री 4.34 बिलीयन डॉलर की हुई थी, ज्ञात हो कि वर्तमान में करवाएं इसके सर्वे की आयोजक कंपनी लोगों को ऑडिट, परामर्श, आर्थिक सलाह, रिस्क मैनेजमेंट और कर सेवाएं आदि उपलब्ध करवाती हैं। डैलॉएट नामक इस कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा कि पॉट वैधानिक होने से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेगें और सरकार को इस व्यवसाय से नए राजस्व की भी प्राप्ति होगी जिससे देश की आर्थिक व्यवस्था को भी लाभ होगा, इसके क्रियान्वयण हेतु कैनाबीस के अनुपात को वैधानिक करना सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि में से एक होगा। सर्वे में आगे बताया गया कि 63 प्रतिशत निवासियों का मानना हैं कि मारीजुआना को वैध दुकानों से ही खरीदा जाएं, जिससे उसके उत्पाद व गुणवत्ता में किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करना पड़े, इसके अलावा जो लोग वैध रुप से इसे खरीदते हैं, उन्हें इसके प्रयोग में भी कोई अड़चन न सहना पड़े। सर्वे में यह भी बताया गया कि इसकी गुणवत्ता, मूल्य व सुरक्षा का उत्तम मिश्रित रुप इस प्रकार की बिक्री में ही हो सकता हैं, तभी 55 प्रतिशत लोगों का मानना हैं कि सरकारी दुकानों से खरीदने पर इस उत्पाद की गुणवत्ता पर विश्वास किया जा सकेगा, इसके पश्चात 54 प्रतिशत लोगों को मूल्यों में संतुष्टि रहने का विश्वास रहा, लोगों ने बताया कि वैध दुकानों से खरीदने पर मूल्य उचित लिए जाएंगे और इसका सीधा राजस्व सरकारी खाते में जाएंगा जिसका लाभ आगे चलकर हमें ही होने वाला हैं। लोगों ने इसके मूल्यों में कमी पर भी संतोष व्यक्त किया, उन्होंने बताया कि वर्तमान में इसे 14 डॉलर प्रति ग्राम पर खरीदा जाता हैं, जिसे वैध करने के पश्चात 11 डॉलर प्रति ग्राम पर खरीदा जाएंगा, जिसमें कर आदि भी शामिल हैं, इसीलिए लोगों का मानना हैं कि इसे वैधानिक तौर पर ही खरीदना सबके लिए हितकर होगा। ज्ञात हो कि केवल 20 प्रतिशत लोग इस व्यवस्था में बदलाव नहीं चाहते, उनका कहना हैं कि जैसा चल रहा हैं वह ठीक हैं।
Comments are closed.