टैरिफ विवाद के कारण डरे उद्योगपति

 अमेरिका के अधिक लाभ के चक्कर मेंं उद्योगों पर पड़ सकता हैं बुरा प्रभाव
टोरंटो। कैनेडा की टैरिफ से अमेरिका की सामग्रियों का आयात प्रभावित होता हैं, परंतु नए विवादों के कारण दोनों देशों के व्यापारों पर बहुत अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता हैं। गौरतलब हैं कि अभी पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील व एल्यूमीनिम की नई टैरिफ योजना का विमोचन किया गया, परंतु कैनेडा ने सदैव ही इस बढ़ोत्तरी का विरोध किया, इस नई टैरिफ के अनुसार आगामी 1 जुलाई से दोनों उत्पादों की खरीद पर 10 प्रतिशत तक का टैरिफ बढ़ाया गया, जिसके कारण इन वस्तुओं के दामों में बहुत अधिक बढ़ोत्तरी हो सकती हैं और लोगों को बहुत अधिक महंगाई का सामना करना पड़ सकता हैं। परंतु उद्योगपतियों का मानना हैं कि इस बढ़ोत्तरी का प्रतिफल उत्तम ही मिले यह कोई विश्वस्त बात ही नहीं, इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं और व्यापार में कमी भी आ सकती हैं। ज्ञात हो कि कैनेडा पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहा हैं और सरकार भी अपनी योजनाओं को पूर्ण करने में प्रयासों में लगी हुई हैं, इसके ऊपर लोगों पर महंगाई की मार सबसे अधिक घातक साबित हो सकती हैं।  आयातित स्टील व एल्यूमिनियम उत्पादों पर संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) द्वारा आयात शुल्क लगाने के फैसले के खिलाफ कैनेडा ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में शिकायत दर्ज कराई है। कैनेडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने एक बयान में कहा कि अमेरिका ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा अक्षुण रखने के झूठे बहाने पर ये एकतरफा शुल्क लगाए हैं। यह डब्ल्यूटीओ में अमेरिका द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं के खिलाफ हैं। फ्रीलैंड ने कहा कि डब्ल्यूटीओ में अमेरिका के खिलाफ गई इस शिकायत में वह यूरोपीय संघ (ईयू) से भी सहयोग करेगा। ईयू ने भी अमेरिका के इस फैसले को डब्ल्यूटीओ में चुनौती दी है। कैनेडा ने नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (नाफ्टा) के अध्याय-20 के कारोबारी विवाद तंत्र के तहत अमेरिकी द्वारा उठाए कदमों की समीक्षा का भी आग्रह किया।
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