अमेरिकी स्टील और एल्युमीनियम के नए टैरिफों की घोषणा ‘अपमानजनक’ : ट्रुडो

औटवा। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा स्टील व एल्युमीनियम के नए टैरिफों को लेकर कैनेडा ने सदैव ही अपनी आपत्ति जताई हैं। गत रविवार को आयोजित एक प्रैस वार्ता में प्रधानमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि कैनेडा ने सदैव ही अमेरिका की नई अव्यवस्थित व्यापारिक नीतियों का विरोध किया हैं, जिसके अंतर्गत नई टैरिफ नीतियां भी शामिल हैं, जिसका प्रभाव कैनेडियन रोजगार पर भी पड़  सकता हैं, अमेरिका द्वारा अत्यधिक बढ़ोत्तरी का प्रभाव केवल कैनेडा ही नहीं बल्कि दोनों देशों के रोजगारों पर पड़ सकता हैं। इसके लिए अमेरिका को अपनी इन नीतियों पर पुन: विचार करना होगा। आयातित स्टील व एल्यूमिनियम उत्पादों पर संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) द्वारा आयात शुल्क लगाने के फैसले के खिलाफ कैनेडा ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में शिकायत दर्ज कराई है। कैनेडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने एक बयान में कहा कि अमेरिका ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा अक्षुण रखने के झूठे बहाने पर ये एकतरफा शुल्क लगाए हैं। यह डब्ल्यूटीओ में अमेरिका द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं के खिलाफ हैं। फ्रीलैंड ने कहा कि डब्ल्यूटीओ में अमेरिका के खिलाफ गई इस शिकायत में वह यूरोपीय संघ (ईयू) से भी सहयोग करेगा। ईयू ने भी अमेरिका के इस फैसले को डब्ल्यूटीओ में चुनौती दी है। कैनेडा ने नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (नाफ्टा) के अध्याय-20 के कारोबारी विवाद तंत्र के तहत अमेरिकी द्वारा उठाए कदमों की समीक्षा का भी आग्रह किया।फ्रीलैंड का कहना था कि कैनेडा नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (नोराड) और नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) के तहत अमेरिका का प्रमुख सहयोगी देश है। वह अमेरिकी स्टील का सबसे बड़ा आयातक भी है। ऐसे में कनाडा से आयातित स्टील और एल्यूमिनियम पर अमेरिका द्वारा शुल्क लगाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। गौरतलब है कि बीते गुरुवार को अमेरिका ने कैनेडा, मैक्सिको और ईयू को स्टील व एल्यूमिनियम पर लगाए अपने आयात शुल्क पर छूट के दायरे से बाहर कर दिया था। इस बीच, यूरोपीय संघ ने अमेरिका के स्टील व एल्यूमिनियम उत्पाद पर आयात शुल्क के खिलाफ पहली बार प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर भी आयात शुल्क लगा दिया है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने भी अमेरिका के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले से बेहद निराश हैं। उन्होंने ब्रिटेन और पूरे यूरोपीय संघ को अमेरिका के स्टील व एल्यूमिनियम पर आयात शुल्क के दायरे से हमेशा के लिए बाहर रखने की जरूरत बताई। दूसरी तरफ अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस चीन से कारोबारी गतिरोध खत्म करने संबंधी वार्ता के लिए शनिवार को बीजिंग पहुंच गए। इस महीने की शुरुआत में कारोबारी मसलों पर बातचीत सकारात्मक रहने के बावजूद अमेरिका चीन से आयातित उत्पादों पर आयात शुल्क लगाने के अपने इरादे पर आगे बढ़ रहा है।
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