कैनेडा ने जीती फीफा 2026 विश्व कप मेजबानी


– कैनेडा, अमेरिका समेत मेक्सिको को संयुक्त रुप से मिली 2026 विश्व कप की मेजबानी, मोरक्को को पछाड़ा
– कैनेडा में पहली बार होगा फीफा विश्व कप का आयोजन 
टोरंटो। मॉस्को में आयोजित 68वीं फीफा कांग्रेस सम्मेलन में गत बुधवार को अमेरिका, मेक्सिको और कैनेडा ने 2026 फीफा विश्व कप की संयुक्त मेजबानी हासिल कर ली। वेबसाइट ईएसपीएन डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, मेक्सिको और कैनेडा ने संयुक्त रूप से 2026 विश्व कप के लिए दावेदारी पेश की थी। दावेदारी के चुनाव में इन्होंने मोरक्को को हराया है। फीफा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि तीन देशों को विश्व कप टूर्नामेंट की मेजबानी का कार्यभार सौंपा गया है। कांग्रेस में 200 से अधिक राष्ट्रीय फुटबॉल संघों ने मतदान किया। अमेरिका, मेक्सिको और कैनेडा की संयुक्त दावेदारी को 134 वोट मिले। मोरक्को को 65 वोट मिले। अमेरिकी फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कार्लोस कोरडेरियो ने कहा, यह अद्वितीय है और उत्तरी अमेरिका में फुटबॉल जगत के लिए बहुत बड़ा पल है। 2026 में होने वाले विश्व कप टूर्नामेंट में 32 के बजाय 48 टीमें हिस्सा लेंगी। इस टूर्नामेंट में 80 में से 60 मैच अमेरिका में खेले जाएंगे, वहीं कैनेडा और मेक्सिको में 10-10 मैच खेले जाएंगे। अमेरिका में क्वार्टर फाइनल मैच भी खेले जाएंगे। स्पेन ने फीफा विश्व कप की शुरुआत से एक दिन पहले ही अपने मुख्य कोच जुलेन लोपतेगुई की बर्खास्तगी की घोषणा की है। बीबीसी के अनुसार, स्पेन फुटबॉल महासंघ (आरएफईएफ) ने कहा कि उन्हें 51 वर्षीय लोपतेगुई के रियल मेड्रिड के साथ हुए करार की जानकारी पहले मिली होती तो स्थिति कुछ और हो सकती थी। लेकिन यह जानकारी छिपाई गई और इस कारण लोपतेगुई को कोच पद से हटाना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि रियल ने लोपतेगुई को मंगलवार को मुख्य कोच के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की थी। वे फीफा विश्व कप टूर्नामेंट के बाद जिनेदिन जिदान के स्थान पर रियल क्लब के कोच पद की जिम्मेदारी संभालने वाले थे। इस कदम के बारे में स्पेन फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष लुइस रुबियालेस ने कहा, मुझे पता है कि यह स्थिति काफी खराब है। मैं जो भी करूं, उसके लिए मुझे आलोचना झेलनी पड़ेगी। आशा है कि समय रहते यह हमें और भी मजबूत बनाएगी। लुइस ने कहा, मैं लोपतेगुई की प्रशंसा करता हूं और उनका सम्मान भी। वे शीर्ष स्तर के प्रशिक्षक हैं और इसी कारण हमारे लिए यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था। आप इस प्रकार से विश्व कप की शुरुआत से दो-तीन दिन पहले ऐसी चीजें नहीं कर सकते, लेकिन हमें इस फैसले के लिए मजबूर होना पड़ा। लोपतेहुई ने साल 2016 में स्पेन के मुख्य कोच पद का कार्यभार संभाला था। ऐसे में उनके मार्गदर्शन में खेले गए 20 में से 14 मैचों में स्पेन ने जीत हासिल की थी और बाकी छह मैच उसके ड्रॉ रहे थे। रूस में 14 जून से विश्व कप शुरू हो रहा है और स्पेन अपने अभियान की शुरुआत 15 जून को पुर्तगाल के खिलाफ खेले जाने वाले मैच से करेगा। इन तीनों की टक्कर मोरक्को से थी लेकिन फीफा के सदस्यों ने उत्तरी अमेरिका के पक्ष में ज्यादा वोट किए और इस कारण उत्तरी अमेरिका को 2026 में होने वाले विश्व कप की मेजबानी मिल गई। इसके साथ ही 1994 के बाद ये पहला मौका है जब अमेरिका में विश्व कप की वापसी हुई है। वहीं, मेक्सिको में 1986 के बाद पहली बार विश्व कप आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा ये पहला मौका होगा जब कैनेडा में भी विश्व कप के मैच खेले जाएंगे। माना जा रहा है कि 2026 में होने वाला विश्व कप 34 दिनों तक चलेगा और इसमें 48 टीमें हिस्सा लेंगी और कुल 80 मैच खेले जाएंगे। गौरतलब है कि वर्ल्घ्डकप 2018 का आयोजन रूस में हो रहा है। इस महाआयोजन से फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा को कुल 4.83 अरब डॉलर की कमाई होगी। साथ ही संस्था ने विजेता और उपविजेता टीम को मोटी इनामी रकम देने का ऐलान किया है। फीफा ने इस साल विजेता टीम को 3.8 करोड़ डॉलर देने का फैसला किया है। उपविजेता टीम को 2.8 करोड़ डॉलर मिलेंगे जबकि तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 2.4 करोड़ डॉलर का पुरस्कार मिलेगा। फीफा वर्ल्घ्डकप में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इन टीमों को चार-चार के आठ ग्रुप में विभाजित किया गया है। प्रत्येक ग्रुप से दो टीमों नॉकआउट दौर में प्रवेश करेंगी।
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