कैनेडा-अमेरिका की ट्रेड वार से विशेषज्ञ चिंतित
औटवा। जानकारों का मानना हैं कि पिछले कुछ दिनों से कैनेडा-अमेरिका का औद्योगिक विवाद दोनों देशों की अर्थव्यवस्था के लिए एक चिंता का विषय हैं, जिसे जल्द ही सुलझाना होगा अन्यथा यह कभी भी कोई भयंकर रुप ले सकता हैं। स्कोटिया बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि इस प्रकार से अमेरिका-कैनेडा दोनों पड़ोसी देशों को अपने औद्योगिक क्षेत्रों को इस प्रकार के विवादों से बचाना होगा तभी दोनों देशों की गिरती अर्थव्यवस्था को संभाला जा सकेगा अन्यथा इसके दुष्परिणाम शीघ्र ही देखने को मिलेगें। अमेरिका द्वारा स्टील व एल्युमीनियम में बढ़ाए गए 20 प्रतिशत टैरिफ के कारण उठे विवाद को जल्द ही नहीं सुलझाया गया तो कैनेडा में अपने दुग्ध उत्पादों पर प्रतिबंध लगा सकता हैं, जिसके कारण अमेरिकी डेरी उद्योग चौपट हो सकता हैं। उधर दूसरी ओर अमेरिका द्वारा नाफ्टा से पीछे हटना भी सभी नाफ्टा देशों को एक बहुत बड़ा झटका हैं, जिसका सीधा प्रभाव उनके उद्योगों पर पड़ा और इस कारण भी कैनेडा समेत कई देश अमेरिका से नाराज हो गए। ज्ञात हो कि पिछले कुछ दिनों के विवादों से ही कैनेडा की अर्थव्यवस्था में 1.8 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जोकि बहुत अधिक चिंता का विषय हैं। जानकारों के अनुसार औटवा के सरकारी सूत्रों के अनुसार सब कुछ भुलाकर अब हमें आगे बढ़ना चाहिए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सारी हदें पार करते हुए प्रधानमंत्री को अपशब्दों से भरा ट्विटर करना बहुत अधिक निदंनीय हैं, जिसके लिए अधिकारियों का कहना हैं कि इसे अधिक महत्व नहीं देना चाहिए, बल्कि अमेरिकी टैरिफ व नई कर नीतियों की तोड़ का समाधान ढूंढना चाहिए। जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की ट्विटर पर की गयी आलोचना, उनको कमजोर और बेईमान कहने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्रंप की आलोचनाओं को खारिज करते हुए ट्रुडो का बचाव किया है। यूरोपीय संघ ने अमेरिका के स्टील व एल्यूमिनियम उत्पाद पर आयात शुल्क के खिलाफ पहली बार प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर भी आयात शुल्क लगा दिया है। कैनेडा के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि ट्रुडो ने जी-7 संवाददाता सम्मेलन में ऐसा कुछ नहीं कहा जो उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष पहले न कहा हो। जानकारों ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा कि सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा, तभी मामला सुलझ सकेगा और कैनेडा भी बातचीत के लिए अग्रिम प्रयासों में जुट जाएं तभी दोनों देशों के विवाद को सुलझाया जा सकेगा अन्यथा यह संकट और अधिक गहरा सकता हैं।
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