इस बार सच हो सकता है इमरान खान का पीएम बनने का सपना!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बुधवार 25 जुलाई को संसदीय चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और अगर नए सर्वे पर यकीन करें तो इस बार इमरान खान का पीएम बनने का सपना सच हो सकता है। पाकिस्तान के मशहूर द डॉन की ओर से कराए गए सर्वे में इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पक्ष में माहौल बनता दिख रहा है। माना जा रहा है कि अगर युवाओं ने बढ़-चढ़कर वोटिंग की तो फिर इमरान को पीएम बनने से कोई नहीं रोक सकता है। डॉन ने अपने इस सर्वे के लिए उन वोटर्स को शामिल किया था जिनकी उम्र 18 से 44 वर्ष के बीच है। डॉन की मानें तो सर्वे से यह भी साबित होता है कि पीटीआई के ज्यादातर समर्थक युवा हैं। डॉन के इस सर्वे में जो नतीजे सामने आए हैं उसके मुताबिक साल 2013 में हुए जनरल एसेंबली के चुनाव में जिन लोगों ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई को वोट दिया था, उनमें से 83.07 मानना है कि इस बार इमरान की ही पार्टी जीतेगी। हैरान करने वाली बात यह है कि जिन लोगों ने साल 2013 में पीएमएल-एन को वोट दिया था उनमें से भी 40.92 प्रतिशत का मानना है कि इस बार जीत पीटीआई के ही हिस्से आएगी। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के भी मतदाताओं ने अपना मत बदल लिया है। इस वजह से इस पार्टी को खासा नुकसान हो रहा है। जिन मतदाताओं ने बीते चुनाव में पीटीआई को वोट दिया था उनमें से अधिकांश इस बार भी इसी पार्टी को वोट देंगे। हालांकि, 14.55 प्रतिशत पुराने पीटीआई वोटर्स ने कहा कि वे इस बार दूसरी पार्टी को वोट देंगे। इनमें से अधिकांश 9.43 प्रतिशत ने माना कि वे पीएमएल-एन को वोट देंगे।
जब पीएमएल-एन के पुराने वोटर्स डॉन की ओर से यही सवाल किया गया तो 35.66 प्रतिशत ने इस बार दूसरी पार्टी को वोट देने की इच्छा जाहिर की। बीते चुनाव में पीएमएल-एन को वोट देनेवालों में से एक तिहाई मतदाताओं ने कहा कि वे इस बार पीटीआई को वोट देंगे। डॉन का यह सर्वे 4 से 9 जुलाई के बीच किया गया था। इसमें 18 हजार 136 लोगों को शामिल किया गया था। सर्वे के मुताबिक, पाकिस्तान के अंदर सिर्फ 34.27 प्रतिशत ही यह के सेना चुनावों को प्रभावित कर रही है या फिर उसका किसी तरह को कोई हस्तक्षेप है। 16.93 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि चुनावों में सेना का कोई असर नहीं होगा। सिर्फ 41.05 प्रतिशत लोगों ने यह माना है कि देश में निष्पक्ष चुनाव हो रहे हैं, वहीं 31.12 प्रतिशत आगामी चुनाव को निष्पक्ष नहीं मानते हैं। पाकिस्तान के चुनावों में इस बार जो तीन बड़े चेहरे हैं वह पीएमएलन-एन के शाहबाज शरीफ, पीटीआई के इमरान खान और पीपीपी के बिलावल अली भुट्टो हैं। पूर्व पाकिस्तानी पीएम बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल अली पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। सिर्फ 29 साल के बिलावल अपने कम राजनीतिक अनुभव की वजह से पीटीआई और पीएमएल-एन को शायद ही टक्कर दे पाएंगे। ऐसे में तमाम सर्वे में इमरान खान बड़ा चेहरा बनकर सामने आ रहे हैं।
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