रिटेलरों ने मॉल्स में किराया कम करने की मांग उठाई

टोरंटो। ओंटेरियो की दो रिटेल कंपनियों ने ओंटेरियो कोर्ट से प्रार्थना की हैं कि उन्हें मौजूदा कॉ-टेनेन्सी अधिकारों में संशोधन करने का अधिकार दिया जाएं जिसके कारण वे मॉल्स के साथ रेंटल अनुबंधों में बदलाव कर सकें, उन्होंने आगे कहा कि शीयरस कैनेडा अपनी सेवाओं के कारण अधिक मात्रा में टेनेंट नहीं जुटा सकी जिससे मॉल्स की अधिकतर दुकानें खाली हैं और उन्हें इसके लिए अधिक किराया देना पड़ रहा हैं, जिससे उन्हें लाभ के स्थान पर हानि हो रही हैं। इस याचिका में गैप, बनाना रिपब्लिक एंड ओल्ड नेवी और चिल्ड्रनस प्लेस आदि ने सम्मिलित रुप से फाईल दायर की और कॉ-टेनेन्सी अधिकार में बदलाव की मांग की। इस स्टे में मांग की गई हैं कि किराये को 1.75 मिलीयन डॉलर तक रखा जाएं जबकि चिल्ड्रनÓस प्लेस के अनुसार अभी प्रतिमाह का किराया 200,000 डॉलर दिया जा रहा हैं। कॉ-टेनेन्सी अधिकार के अंतर्गत रिटेलरों को अधिकार होता हैं कि वह वर्तमान स्थितियों को देखते हुए अपने स्थान को कम या पुन: व्यवस्थित करके किरायें में कमी कर सकते हैं। परंतु कुछ स्थितियों में कंपनी को इसे बिना किसी जुर्माने के स्थगित करने का भी अधिकार होता हैं। कोर्ट ने इस अधिकार को जून 2017 में पारित किया था जिसे शीयरस कैनेडा के संपत्तियों जिसमें स्टोर, ऑफीस और वेयरहाऊस सम्मिलित हैं पर लागू किया जा सकता हैं। कंपनी के ऋणदाताओं के आवेदन पर कोर्ट ने स्टे को अनुुमोदित कर दिया, परंतु इस स्टे में यह भी कहा गया कि इससे मकानमालिक पर पड़ने वाले प्रभाव को भी देखा जाएंगा और उसके पश्चात ही इस प्रकार के प्रस्ताव को लागू किया जा सकता हैं, यह स्टे दिसम्बर 2018 तक ही मान्य होगा। ज्ञात हो कि चिल्ड्रन’स प्लेस इस पूरे देश में अपनी 126 रिटेल शाखाओं को चला रहा हैं। और अब इस नए स्टे के मान्य होने से उसे किराये में बहुत अधिक राहत मिल सकेगी। प्रस्ताव की अधिसूचना को अक्टूबर में लागू किया जाएगा।
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