सांसद लीओना ने छोड़ी लिबरल पार्टी
मौजूदा चुनौतियों की दुहाई देकर एलेसलेव ने लिबरल पार्टी को छोड़कर कंजरवेटिव का हाथ थामा
औटवा। ओंटेरियो लिबरल सांसद लीओना एलेसलेव ने बड़ी घोषणा करते हुए लिबरल पार्टी को छोड़ने की बात स्वीकारी और कहा कि इस समय कैनेडा को एक मजबूत आर्थिक परिदृश्य और वैश्विक मसलों के निवारण की आवश्यकता हैं, जिसके लिए एक सुदृढ़ पार्टी ही इस लक्ष्य को संभव कर सकती हैं। एलेसलेव ने एक बड़ा खुलासा करते हुए यह भी बताया कि आगामी समर ब्रेक के पश्चात कुछ और सांसद लिबरलस छोड़ सकते हैं, जिसके पश्चात देश की राजनीति में भारी हलचल मच गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि ट्रुडो को लोगों की खुली चुनौती का सामना करना पड़ रहा हैं, जिसके लिए उन्हें आगामी चुनावों में असफलता भी मिल सकती हैं। इसके लिए उन्होंने एक मजबूत पार्टी का साथ चुनना ही उचित समझा और वह एंड्रु हॉरवथ की कंजरवेटिवस के साथ जुड़ गई और भविष्य में स्वयं को टोरी कहलवाएंगी। उन्होंनें पत्रकारों को बताया कि गत दिनों में उन्होंने देखा कि प्रमुख विपक्ष पार्टी ने देश के बड़े लक्ष्यों पर अपनी पकड़ मजबूत की हैं और उसके लिए उनकी तैयारी विचार योग्य हैं जिससे वह बहुत अधिक प्रभावित हुई और उन्होंने लिबरल पार्टी को छोड़कर आगे बढ़ने की बात मन में सोची और आज यह निर्णय भी ले लिया। लीओना ने आगे कहा कि मैं सदा ही अपनी लिबरलस साथियों का आभारी रहूंगी, परंतु मेरी शपथ देश के लिए थी न कि किसी पार्टी विशेष के लिए और आज देश की स्थितियों को देखते हुए मुझे मजबूत पार्टी का चयन करना ही उचित कार्य लगा, मैं उस पार्टी के साथ जुड़ने जा रही हूं जो देश को एक मजबूत आर्थिक दिशा और वैश्विक मसलों का हल प्रदान कर सकेंगा जिसमें किसी भी प्रकार का कोई संदेह नहीं हैं। ज्ञात हो कि एलेसलेन ने अपनी राजनीति का सफर वर्ष 2015 में प्रारंभ किया था, जहां वह लिबरल पार्टी की उम्मीदवार के रुप में सत्ता में आई और उसके पश्चात वह लगातार राजनीति में उत्कृष्ट कार्य करती रही। पत्रकारों के साथ वार्ता में स्चीर ने कहा कि पार्टी को सदैव ही जुझारु नेताओं की आवश्यकता रही हैं और जो व्यक्ति देश की सच्ची सेवा करना चाहते हैं उनका पार्टी सदैव ही स्वागत करते हैं। लीओना के इस निर्णय का स्वागत करते हुए हम कामना करते हैं कि टोरीज बनकर भी लीओना उसी सच्ची लगन व मेहनत के साथ कार्य करेगी जिसकी आशा सभी टोरीज उनसे कर रहे हैं। प्रमुख विपक्ष के नेता कैंडीक बरगेन ने कहा कि ट्रुडो का कार्यकाल अब केवल 13 माह का शेष बचा हैं, जिसके पश्चात जनता उन्हें उनकी गलतियों का हिसाब बताएंगी और इस काल में उन्हें अपने प्रमुख नेताओं से भी हाथ धोना पड़ सकता हैं। वहीं एनडीपी प्रमुख जगमीत सिंह ने कहा कि कैनेडा के साथ वैश्विक पड़ोसी देशों के संबंधों की स्थिति को देखते हुए ट्रुडो की स्थिति देश में गिरती जा रही हैं, अमेरिका के साथ नाफ्टा मुद्दे पर भी अभी तक किसी भी निर्णायक वार्ता नहीं हो पाना भी प्रधानमंत्री की गिरती साख का परिणाम हैं और इसके साथ साथ भारत यात्रा के दौरान उठे विवादों से भी देश में ट्रुडो की स्थिति कमजोर हुई हैं।
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