इस्लामिक देशों में रहने वाले कैनेडियन्स अभी नहीं लौटेंगे : रिपोर्ट
– केंद्र सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि अभी इस बात में कोई भी सच्चाई नहीं कि ईराक व सीरिया आदि देशों में रहने वाले कैनेडियनस अपने देश वापस लौट रहे हैं और इससे देश की प्रबंध व्यवस्था चरमरा सकती है।
औटवा। केंद्र सरकार की नई रिपोर्ट के अनुसार कैनेडा में किसी भी प्रकार से नए यात्री या अन्य आंगतुकों का जमावड़ा नहीं हो रहा हैं, जबकि यह बात फैलाई जा रही थी कि देश में ईराक व सीरिया में सैन्य दबाव के कारण वहां के अधिकतर निवासी पर्यटक या शरणार्थियों के रुप में कैनेडा में आ रहे हैं। इस बात का खंडन करते हुए सरकार ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें इस बात की स्पष्टता की गई कि देश में पर्यटकों का कोई भी जमावड़ा नहीं लगा हुआ हैं। इस बात की प्रमाणता के लिए सरकार ने नॉ-फ्लाई लिस्ट भी जारी की और बताया कि कैनेडियन झूठे संदेशों पर विश्वास न करें और भयमुक्त होकर देश में त्यौहारों का आनंद ले। लिबरल सरकार ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि ईराक व लेवांट जैसे इस्मालिक देशों में लोगों पर दबाव बनाया जा रहा हैं कि वे लोग देश छोड़कर दूसरे देशों में जाकर बसे जिससे शरणार्थियों को अपनाने वाले देशों में जनसंख्या स्थिति बिगड़ सकती हैं, परंतु अभी तक कैनेडा में ऐसी कोई भी स्थिति नहीं उत्पन्न हुई हैं और सरकार इसमें अपनी नजर बनाएं हुए हैं जिससे कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि अभी भी इन देशों में लगभग 190 लोग ऐसे है जिनका संपर्क कैनेडा से हैं और उन पर दबाव बनाया जा रहा हैं कि वे अपने देश वापस जाएं, परंतु अभी इस बात की अनिश्चितता बनी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले तीन वर्षों में केवल 60 ऐसे लोग अपने देश वापस लौटे हैं जो इन देशों में प्रवास करते थे। कैनेडा में कार्यरत कुछ संस्थाओं द्वारा यह भी माना गया कि विभिन्न देशों ने इस प्रकार के लोगों के लिए अलग से व्यवस्था का प्रावधान रखा हैं जिसमें कैनेडा में कार्यरत बहुत सी संस्थाएं भी अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं।
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