बीसी हाइड्रो के पूर्व लाईनमैन को नौकरी से निकाला गया
– श्रम संपर्क बोर्ड ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि दोषी व्यक्ति बिजली की चोरी करके अपने घर के पिछले हिस्से में पॉट का उत्पादन कर रहा था।
टोरंटो। सूत्रों के अनुसार बीसी हाइड्रो के लाईनमैन को निष्कासित कर दिया गया हैं, जिसका प्रमुख कारण अपने घर के पिछले भाग में कैनबीस उगाने के लिए बिजली की चोरी करना बताया जा रहा हैं। बोर्ड ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि आरबीटरेटर द्वारा दिए गए अंतिम फैसले के पश्चात उन्हें इस गैर कानूनी कार्य के दंड स्वरुप नौकरी से निकाल दिया गया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बीसी हाइड्रो इस बात को प्रमाणित करने में असफल रहा कि कर्मचारी लॉरेन्स पीटरसन ने चोरी से ट्रान्सफॉर्मर की स्थापना की और एक दूसरी बिजली की लाईन को बिछाकर उसका उपयोग अपने व्यवसायिक कार्य के लिए किया जोकि एक गैर-कानूनी कार्य हैं।
पीटरसन ने अपनी सफाई में बताया कि उसने यह कार्य मारुआना के उत्पादन के लिए किया जिसका उपयोग वह बीमार परिवारों और मित्रो की सहायता के लिए करना चाहते थे। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भी पीटरसन को पावर लाईन टैक्नीशयन के पद से 27 जून, 2013 को निकाल दिया गया था। जिसके लिए यूनियन ने प्रार्थना के पश्चात उन्हें पुन: कार्य में रखवाया और इसके पश्चात अब वह पुन: इस प्रकार के गलत कार्यों में संलिप्त पाएं गए।
इसके पश्चात एक जांच में पुन: दोषी पाएं जाने के पश्चात गत 30 नवम्बर को अपना फैसला सुनाते हुए पंच निर्णायक ने बताया कि पीटरसन को पुन: इस प्रकार के दोष पूर्ण कार्य के लिए क्षमा नहीं किया जा सकता इस बार उनके कार्यों में न तो किसी प्रकार की मजदूरी दी गई, इसके लिए उन्हें लाभ ही हुआ और भविष्य में यदि उनकी योजना सफल होती तो वह मारुआना की बिक्री करके एक धनी व्यक्ति बन जाते।
मूरे ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि इस बार उनकी सफाई में कई बातें अस्पष्ट हैं जिसके कारण उन्हें इस कार्य में पूर्ण दोषी पाया गया, ज्ञात हो कि कुछ वर्ष पूर्व जब उन्हें गैर कानूनी मारुआना उत्पादन के लिए दोषी करार किया गया था, तो वह इसे दवा उत्पादन बताकर बच निकले थे, परंतु इस बार उनका बचना असंभव बताया जा रहा हैं।
बीसी हाइड्रो के जांचकर्त्ताओं ने यह भी पाया कि जिस संपत्ति में मारुआना का उत्पादन किया जा रहा था, वह संपत्ति में इस कार्य के लिए वैधानिक नहीं थी, जिस कारण यह व्यक्ति और अधिक दोषी पाया जाता हैं कि इसने इतने वर्षों से सरकार की आंखों में धूल झोंकने का श्रेष्ठ कार्य किया है। वहीं अन्य कर्मचारियों को मानना हैं कि इस प्रकार से कोई अकेला कर्मचारी इतना जटिल चोरी का कार्य नहीं कर सकता इसमें अवश्य ही कंपनी का कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं, जिसकी पूर्ण जांच के पश्चात ही उत्तर मिलेगा।
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