बुकर के प्रमुख दावेदारों में भारतीय मूल की झुंपा भी
लंदन। भारतीय मूल की अमेरिकी लेखक झुंपा लाहिड़ी इस साल के मैन बुकर पुरस्कार की दौड़ में हैं। लाहिड़ी की पुस्तक द लोलैंड को पुरस्कार के लिए चयनित 13 उपन्यासों में शामिल किया गया है।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाले लेखक को 50 हजार पौंड (करीब 45 लाख रुपये) दिए जाएंगे। उनकी यह पुस्तक इस साल सितंबर में प्रकाशित की जाएगी। लंदन के साहित्यक हलकों में इस पुस्तक को लेकर काफी चर्चा है और वे पुरस्कार की दौड़ में इस पुस्तक को सबसे आगे मान रहे हैं।
लाहिड़ी ने वर्ष 2000 में पुलित्जर पुरस्कार जीता था। उनका पहला उपन्यास नेमशेक पर मशहूर निर्देशक मीरा नायर ने इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई थी। 1967 में लंदन में जन्मीं लाहिड़ी फिलहाल अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहती हैं। उनके माता-पिता पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।
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