50 सालों से गायब सरे की एक महिला युकॉन में जीवित मिली

सर्रे – 1961 में आखऱिी बार सरे में दिखाई दी एक महिला को युकॉंन में जीवित पाया गया। सरे की आरसीएमपी कहती है की यह गुमशुदा व्यक्तियों सबसे पुराने मामलों में से एक है और यह फ़ाइल सबसे अंतिम 1965 से खुली फ़ाईल है।
लूसी एन जॉनसन की गुमशुदगी की रिपोर्ट, सबसे पहले मई 14, 1965 में दजऱ् की गयी। बाद में पुलिस ने पाया कि उन्हें उनके एक पड़ोसी ने आखऱिी बार सितम्बर 1961 में 145-ए स्ट्रीट के 10300-ब्लॉक में देखा था। उनके आखऱिी बार देखे जाने तथा उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दजऱ् कराये जाने के बीच की समयावधि को देखते हुए, पुलिस ने माना था कि वे किसी अप्रिय घटना का शिकार हुई होंगी। और पुलिस ने एक गहन जांच की थी। लेकिन वे इस केस को कभी सुलझा नहीं सके।
इसके बावजूद, जॉनसन की बेटी लिंडा ने हार नहीं मानी, और सरे आरसीएमपी द्वारा उनकी माँ के मामले को माह की गुमशुदा श्रेणी में डाले जाने के बाद, उसने उत्तरी बीसी के अखबारों में उनके गायब होने की कहानी व उनकी फोटो वाले विज्ञापन दिए।
आरसीएमपी के एक प्रवक्ता का कहना है कि उस विज्ञापन की तस्वीर को देखने वाले लोगों में से जिस औरत ने उसे माँ के रूप में पहचाना। पुलिस ने बताया कि उसे इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि उसकी माँ की पहले भी एक शादी हो चुकी थी और उनका एक और परिवार भी था।
बाद में, सरे की आरसीएमपी ने युकॉंन की पुलिस से बात की, और माँ-बेटी को एक बार फिर से एक दूसरे से मिला दिया है।
पुलिस का कहना है कि इस मामले की नाज़ुक प्रकृति को देखते हुए, वे इस वक़्त कुछ विवरण मुहैया नहीं करा रही है, और वह एक दूसरे को समझने के लिए परिवारों को समय दे रही है।
लूसी जॉनसन (जन्म का नाम: कार्वेल) का जन्म 14 अक्टूबर, 1935 को स्कागवे, अलास्का में हुआ था। वे पहले 1943-1952 तक युकॉंन में रह चुकी थीं।
उन्होंने वॉशिंगटन में, अप्रैल 1954 में मार्विन जॉनसन ब्लेन से शादी की और उनके दो बचे, लिंडा(1954) तथा डैनियल(1955) हुए। 1955 या 1956 में अंतत: सरे में बस जाने के पूर्व, इस दंपत्ति ने कई बार कई बार अपने ठिकाने बदले। उसके बाद डैनियल की मृत्यु हो गयी।
मार्विन की मौत 1990 के दशक के आखऱिी सालों में हुई। मरने से पहले उन्होंने लूसी की संभावित उपस्थिति के बारे में आगे कोई सूचना नहीं दी थी। उनके परिवार ने पुलिस को बताया कि वे लूसी के मिल जाने से काफ़ी खुश हैं और इसकी वज़ह से लूसी की गुमशुदगी अथवा उसकी संभावित मृत्यु को लेकर मार्विन को दोषी करार देने वाले शक भी ख़त्म हो गए हैं।
इसके बावजूद, यह सरे आरसीएमपी का गुमशुदा व्यक्ति का सबसे पुराना मामला नहीं है। हम्फ्री ‘एल्बर्टÓ विलकिंसन को 23 जनवरी, 1957 को आखऱिी बार देखा गया था। वे अब शायद 84 साल के होंगे।

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