टैरिफों में कमी करना अमेरिका के आगे झुकना होगा : औटवा
– केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी कीमत में ओंटेरियो के उस प्रस्ताव को नहीं मान सकते जिसमें अपने रिटेल टैरिफों को कम करने का सुझाव दिया हैं, केंद्रीय आर्थिक विकास मंत्री के अनुसार इस प्रकार कैनेडियन टैरिफों में कमी करने से अमेरिका के आगे ‘सरेंडर’ करना होगा
टोरंटो। पिछले वर्ष केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका के एल्युमीनियम व स्टील मूल्यों में मनमानी बढ़ोत्तरी का विरोध किया गया था, जिसके कारण दोनों देशों में व्यापारिक दूरियां भी बढ़ गई थी, परंतु केंद्र सरकार के प्रयासों के उपरांत स्थिति सामान्य हुई और अमेरिका ने भी अपने टैरिफों में उचित वृद्धि के संकेत दिए, परंतु इस वर्ष ओंटेरियो सरकार द्वारा कैनेडियन खुदरा बाजार में मूल्यों में कमी करने का प्रस्ताव अमेरिका के आगे झुकना होगा। ओंटेरियो के आर्थिक विकास मंत्री ने सोमवार को अमेरिका के बाजारों के मुकाबले कम मूल्यों का विचार दिया हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने स्टील, एल्युमिनीयम और अन्य उत्पादों के आयात हेतु 16.6 बिलीयन डॉलर आवेदित किए हैं, जिसके लिए ओंटेरियो के आर्थिक विकास मंत्री टोड स्मीथ ने कहा कि यदि जल्द ही इस योजना को प्रभाव में नहीं लाया गया तो इसका दुष्प्रभाव कैनेडियन उद्योगों पर पड़ेगा, पिछले वर्ष में टैरिफ मुद्दे के कारण वैसे ही कैनेडियन स्टील उद्योग पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ा हैं। वहीं केंद्रीय आर्थिक विकास मंत्री नवदीप बेन्स ने इस प्रस्ताव को नकारते हुए कहा कि यह प्रस्ताव कतई भी नहीं माना जा सकता इससे अमेरिका के एकतरफा सरेंडर की मंशा सिद्ध हो जाएगी। कैनेडियन सरकार ने इसके लिए अपना दबाव में बनाया हैं और इसके लिए आवश्यक है कि कैनेडा के प्रांतों का इस प्रस्ताव को मानना। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति से टेलीफोन टॉक में यह स्पष्ट किया हैं कि कैनेडा इन्हीं प्रस्तावों को आगे बढ़ाएगा और इसके लिए आपसी सहमति आवश्यक होगी। परंतु फोर्ड सरकार के अनुसार यदि अमेरिका को अपने टैरिफों में कमी करनी होती तो वह किसी प्रकार की चर्चा अवश्य करते परंतु पिछले दिनों किसी भी अमेरिकन नेता का इस बारे में न तो कोई फोन आया और न ही इस संबंध में कोई बैठक का आयोजन किया गया। जिससे इस मामले में शंका जताई जा रही हैं। जबकि फोर्ड ने सुझाया कि कैनेडा के स्टील उद्योग को बचाने के लिए सबसे पहले हमें अपने टैरिफों में कमी करनी चाहिए उसके पश्चात अमेरिका स्वयं ही अपने टैरिफों में कमी कर देगा और व्यापार को गति प्रदान हो सकेगी, परंतु यदि दोनों देश इसी प्रकार अपनी अपनी नीतियों पर अटल रहे तो इसका दुष्प्रभाव देश केे स्टील व एल्युमिनीयम उद्योग पर पड़ेगा। सभी की नजरें भविष्य के प्रावधानों पर हैं जिसमें कैनेडा के केंद्र व राज्य सरकारों की नीतियों का प्रभाव देखा जाएगा।
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