यौन उत्पीड़न के आरोप में पूर्व कोच पर कोर्ट ने रखा फैसला सुरक्षित

– पूर्व जिमनास्टीक्स कोच डेव ब्रुबाकर पर यौन उत्पीड़न का केस चल रहा हैं जिसकी सुनवाई पर कोर्ट ने अपना फैसला टाला
ओंटेरिया। उच्च स्तरीय जिमनास्टीक्स कोच डेव ब्रुबाकर पर लगे आरोपों की गहन जांच हेतु कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए निर्णय सुनाया कि जब तक डेव को अपने किए कार्यों पर पछतावा नहीं हो तब तक इस मामले पर कोई भी निर्णय नहीं सुनाया जा सकता, ज्ञात हो कि पूर्व कोच पर उनके प्रशिक्षु खिलाड़ी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों से उनके ऊपर केस चलाया जा रहा हैं। पूर्व कोच पर यह आरोप राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी द्वारा लगाया गया, जिसके पश्चात पिछले वर्ष अक्टूबर से उनके ऊपर केस चलाया जा रहा हैं, महिला ने बताया कि कोच उनके साथ तब से आपत्तिजनक व्यवहार कर रहे हैं जब वह केवल 12 वर्ष की थी, कोच उनके होठों पर किस करके उन्हें हैलो बोलते थे, जिससे उन्हें बहुत अधिक आपत्ति होती थी, इसके साथ वह कई बार बेहद गलत तरीके से उनके साथ व्यवहार करते थे और कहीं भी उन्हें झपकी दे देते थे जिससे उन्हें बहुत असहजता महसूस होती थी। जबकि इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए ब्रुबाकर ने कहा कि उनके ऊपर झूठे आरोप लगाएं जा रहे हैं और इसकी गहन जांच होनी चाहिए क्योंकि वह सदैव ही एक अच्छे व सहयोगी कोच रहे हैं।
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