हां, मुझे मारने की दी गई थी सुपारी : अन्ना हजारे
बरेली। वयोवृद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने खुद के मारे जाने की सुपारी देने की बात फिर दोहराई। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने अनशन किया था, जिस पर वहां के छह मंत्री हटाए गए थे। इन्हीं मंत्रियों में से एक ने उन्हें मरवाने के लिए 35 लाख रुपये की सुपारी दी, लेकिन मारने वाले ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया।
बरेली में पत्रकारों से सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने यह बात कही। जनतंत्र यात्रा के लिए बरेली पहुंचे अन्ना ने मोदी और भाजपा दोनों को सांप्रदायिक बताया और राष्ट्रपति के भी जनता की ओर से चुने जाने की हिमायत की। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह किसी भी पार्टी से जुड़े व्यक्ति को वोट न दें। बरेली में बारिश के चलते बभिया गांव जाने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को छोड़ कर अन्ना बदायूं निकल गए।
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