पुलिस नेतृत्व में एसआईयु जांच में अधिक आशा नहीं : फोर्ड सरकार

टोरंटो। प्रोगरेसीव कंजरवेटिव सरकार ने वर्तमान पुलिस प्रशासन के अंतर्गत जांच प्रक्रियाओं में अधिक आशा नहीं जताई हैं, सरकारी सूत्रों के अनुसार वर्तमान पुलिस नीतियां एंटी-पुलिस साबित हो रही हैं, जिन्हें बदलाव की आवश्यकता हैं। ज्ञात हो कि मंगलवार को विधानसभा में पीसी पार्टी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वर्तमान समय में पुलिस प्रशासन की तीनों जांच एजेन्सियां जिसमें एसआईयु, द ऑफिस ऑफ द इंडीपेनडेंट पुलिस रिव्यू डायरेक्टर और द ओंटेरियो सिवीलियन पुलिस कमीशन शामिल हैं में बदलाव की आवश्यकता हैं, ये तीनों एंजन्सियों का निर्माण लिबरल प्रशासन के दौरान किया गया था। एसआईयु जांच प्रक्रिया में पुलिस किसी भी प्रकार की गंभीर चोटें लगने पर, मृत्यु या यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच करती हैं, इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति आत्महत्या की कोशिश करने पर अस्पताल में भर्ती करवाया जाता हैं और उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो जाती हैं तो इसकी जांच भी एसआईयु के अंतर्गत आती हैं। नए कानून के अनुसार एसआईयु की जांच प्रक्रिया को और अधिक सुधार करते हुए इसमें गोली चलने पर हुई मृत्यु की जांच भी शामिल करने की सलाह दी गई और कहा गया कि ये सभी जांचें संस्था 120 दिनों के अंदर समाप्त कर लें, जिससे इससे संबंधित पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके। अटॉर्नी जनरल कारोलीन मुलरोनी ने कहा कि एसआईयु में इस प्रकार के बदलावों की बहुत अधिक आवश्यकता हैं और इससे अपराधियों पर कठोर कदम शीघ्र ही उठाया जा सकेगा और भविष्य में इस डर से अपराध भी नियंत्रित हो सकेंगे। कानून में बताई गई स्थितियों में न्याय प्रक्रिया शीघ्र होने से पीड़ितों को भी मानसिक संतोष मिलेगा, जिससे वह पुन: जीवन की प्रक्रिया प्रारंभ कर सकेंगे। इसलिए यह बदलाव अनिवार्य है। एसआईयु जांच के अंतर्गत किसी भी आत्महत्या के दौरान अपने ऊपर पीड़ित प्रहार करने वाला पुरुष या महिला पर किसी भी प्रकार की कोई जांच नहीं की जाती, जिससे यदि उसे समय रहते बचा भी लिया जाता हैं तो पुन: वह यदि ऐसा करता हैं तो उसे नहीं बचाया जा सकता, क्योंकि इस प्रकार से किसी भी आत्महत्या में बचने के पश्चात कोई भी जांच की प्रक्रिया निर्धारित नहीं हैं।
You might also like

Comments are closed.