एसएनसी-लेवलीन मुद्दे पर दबाव बनाया जा रहा था : विलसन-रेबॉल्ड

– विलसन के बयान को पूरी तरह से नकारा ट्रुडो ने
औटवा। पूर्व अटॉर्नी जनरल द्वारा लिबरल पार्टी पर भ्रष्टाचार संबंधी आरोप लगाएं जाने के पश्चात एसएनसी-लेवलीन मुद्दा और अधिक विवादित हो गया हैं, जॉडी द्वारा इस प्रकरण में प्रधानमंत्री को भी शामिल कर लिए जाने के पश्चात यह मामला पूर्ण रुप से देश से संबंधित हो गया, जिसके लिए लिबरलस पर आरोप लगाते हुए जॉडी ने कहा कि उन पर पिछले कई महीनों से इस मामले को दबाने के लिए प्रयास किया जा रहा था, जिसके कारण अंतत: उन्होनें अपने पद से इस्तीफा देना ही उचित समझा।  इस आरोप का खंडन करते हुए प्रधानमंत्री ने जॉडी विलसन-रेबॉल्ड के कथन को पूर्ण रुप से खारिज कर दिया है, उनके अनुसार उनकी पूरी टीम उच्च आदर्शों वाली हैं और कोई भी व्यक्ति कथित रुप से भ्रष्टाचारी नहीं, जिसकी जांच के लिए वह सदैव तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि पूर्व अटॉर्नी जनरल इस प्रकार की टिप्पणी क्यों कर रही हैं, लगभग चार घंटे चली हाऊस ऑफ कोमनस कमेटी के साथ पूछताछ में जॉडी ने कहा कि जब मुझे इस कार्य के लिए नियुक्त किया गया था, तो मैं समझ रही थी कि मैं और पूरा स्टाफ उचित प्रकार से एक जिम्मेदार कमेटी के रुप में कार्य करेंगे, परंतु ऐसा नहीं हुआ। विलसन के साथ पूछताछ में जब प्रशन किया गया कि यदि उन्हें पुन: लिबरलस की टीम का नेतृत्व सौंपा जाएं तो वह कार्य करना चाहेगी तो उन्होंने स्पष्ट रुप से मना कर दिया और कहा कि यदि उन्हें कोई लालच ही होता तो वह इस्तीफा ही क्यों देती, पिछले कई महीनों से वह प्रधानमंत्री पद की गरिमा व भव्यता के कारण ही चुप थी और इसी दबाव में थी कि कैेसे वह इस धोखे को सबके सामने लाएंगी। जिसके कारण ही उन्होंने अपने पद से भी इस्तीफा दे दिया था। उनकी बातों से पूरा विपक्ष हिल गया है और तुरंत कार्यवाही की मांग कर रहा है।
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