रॉन टेवरनर ने ओपीपी आयुक्त बनने का विचार छोड़ा

–  आयुक्त पद की गरिमा बनाएं रखने और पिछले कुछ दिनों से गहरे आरोप-प्रत्यारोप के दबाव में आकर रॉन ने किया यह निर्णय
टोरंटो। पिछले कई महीनों से गहरे विवाद में फंसे ओपीपी आयुक्त पद का मुद्दा अंतत: समाप्त हुआ, इस पद के मुख्य आवेदक रॉन टेवरनर ने अपना नाम इस उम्मीदवारी से वापस लेने की सार्वजनिक घोषणा कर दी हैं। उन्होंने कहा कि वह ओंटेरियो प्रांतीय पुलिस आयुक्त पद के लिए अपना नाम वापस ले रहे हैं क्योंकि वह इस शीर्ष पद की गरीमा बनाएं रखना चाहते हैं और इस प्रकार विवादों के पश्चात कोई पद हासिल करने के इच्छुक नहीं हैं। 72 वर्षीय टोरंटो पुलिस सुपरीटेन्डेंट ने कहा कि वह इस पद की गरीमा समझते हंै और पिछले वर्ष से चले आ रहे विवादों के कारण बहुत अधिक मानसिक पीड़ा से जूझ रहे हैं आएं दिन कोई न कोई विवाद उन्हें सुनने को मिल रहा हैं जिससे बचने के लिए वह अपना नाम ही इस पद के लिए वापस ले रहे हैं। ज्ञात हो कि रॉन टेवरनर ओंटेरियो प्रीमियर डाग फोर्ड के परिवारिक मित्र हैं और उनकी नियुक्ति के पश्चात मुख्य मुद्दा यहीं उठाया गया था कि फोर्ड ने अपने निजी लाभ के लिए टेवरनर को इस शीर्ष पद पर नियुक्त करवाया जिसकी जांच होनी चाहिए, इसके पश्चात टेवरनर की नियुक्ति को रोक दिया गया था और गहन जांच आरंभ कर दी थी, जांच अभी भी जारी हैं। टेवरनर ने अपने संदेश में कहा कि इस पद के लिए अपना नाम वापस लेना बहुत अधिक कठिन था, मुझे विश्वास था कि मैं इस पद पर आसीन होकर नए बदलावों के साथ पुलिस शासन को एक नये आकाश तक लेकर जाता, परंतु ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने यह भी माना कि उनके अलावा देश में हजारों ऐसे महिला व पुरुष उम्मीदवार हैं जो इस पद पर सुशोभित होकर प्रांत के पुलिस आयुक्त के रुप में उत्कृष्ट कार्य कर सकते हैं, बस उन्हें ढूंढने की मेहनत करनी होगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों ओपीपी उपायुक्त ब्रेड ब्लेयर को भी उनके पद से निष्कासित कर दिया गया, जिनके मामले की जांच हो रही हैं। वह भी इस पद के लिए नामांकन करने वालों में से एक थे, और प्रारंभ से ही रॉन टेवरनर की नियुक्ति के प्रबल विरोधी भी रहे। प्रीमियर डाग फोर्ड ने इस वापसी को दुखद बताया और कहा कि केवल विपक्षी राजनीति के कारण एक अच्छा उम्मीदवार आयुक्त पद से वंचित हो गया। वहीं एनडीपी प्रमुख एंड्रीया हॉरवथ ने कहा कि रॉन टेवरनर को इस प्रकार मध्य में अपना नाम वापस नहीं लेना चाहिए था, उन्हें जांच पूर्ण होने देनी चाहिए थी और यदि वह निष्पक्ष थे तो उन्हें कोई भी आयुक्त बनने से नहीं रोक सकता था।  वहीं ग्रीन पार्टी के माईक स्चेरेनयर ने कहा कि इस प्रकार अपना नाम हटाना किसी समस्या का हल नहीं था, रॉन को पुन: अपने निर्णय पर विचार करना चाहिए, किसी भी जांच के मध्य में इस प्रकार की कार्यवाही उचित नहीं, इससे लोगों का भरोसा और अधिक डगमगा जाता हैं।
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