नक्सलियों से संबंधों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर डीयू प्रोफेसर
नई दिल्ली। नक्सलियों के साथ संबंधों को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय का प्रोफेसर सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर है। असम में गिरफ्तार हुए नक्सली नेता महेश सैकिया ने सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जीएन साईबाबा को स्टेट कमेटी का सदस्य का दर्जा दिया गया है। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय लंबे समय से दिल्ली को नक्सली गतिविधियों वाले रायों की सूची में शामिल करता रहा है।
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जीएन साईबाबा रिवोल्यूशनरी डेमोक्रेटिक फ्रंट नाम की एक एक स्वयंसेवी संस्था (एनजीओ) के संयुक्त सचिव हैं जो नक्सलियों का फ्रंट संगठन है। इस एनजीओ के बैनर तले साईबाबा नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई का मुखर विरोध करते रहे थे। केवल नक्सली समर्थक होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां उन पर हाथ नहीं डाल पा रही थी, लेकिन पहली बार साईबाबा के नक्सली संगठन में अहम पद पर होने की बात सामने आई है।
गौरतलब है कि नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के सदस्य महेश सैकिया को अप्रैल में असम में गिरफ्तार किया गया था। सैकिया ने सुरक्षा एजेंसियों को देश भर में फैले नक्सली संगठन और उनकी गतिविधियों के बारे में अहम जानकारी दी है। दैनिक जागरण के पास सैकिया से पूछताछ की रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट के अनुसार, सैकिया ने बताया है कि साईबाबा को स्टेट कमेटी के सदस्य का दर्जा दिया गया है। इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों की नजर साईबाबा की गतिविधियों पर है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
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