भारत-पाक रिश्तों पर होगी चर्चा जब मिलेंगे कयानी और जॉन कैरी
वॉशिंगटन।। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल अशफाक कयानी के साथ मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके में आतंकवाद की पनाहगाहों के मौजूद रहने का मुद्दा उठाएंगे। विदेश मंत्री बनने के बाद कैरी पहली बार पाकिस्तान दौरे पर हैं।
वह शुक्रवार को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शरीफ और सेना प्रमुख कयानी के साथ बातचीत करेंगे। इस बातचीत में भारत-पाकिस्तान संबंध, अफगान शांति वार्ता तथा आर्थिक मुद्दे शामिल रहेंगे। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हम सीमा पार आतंकवाद के बारे में बातचीत करेंगे। अतीत में हमने कहा है कि आतंकवादी समूहों के लिए मौजूद पनाहगाहों से हमारे हितों, क्षेत्र के हमारे साझेदारों के लिए खतरा पैदा होता है। इससे सबसे अधिक नुकसान आर्थिक एजेंडे को लागू करने, अधिक आर्थिक स्थिरता लाने की शरीफ की अपनी क्षमता को पहुंचता है।
कैरी के बुधवार को इस्लामाबाद पहुंचने के बाद इस अधिकारी ने कहा, ऐसे में हम सीमापार आतंकवाद से निपटने को लेकर बातचीत जारी रखेंगे। अमेरिकी अधिकारी ने कहा, हम पाकिस्तान की असैन्य सरकार के साथ भारत-पाक, अफगान-पाक सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा व स्थानीय स्तर के आतंकवाद के बारे में व्यापक बातचीत की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि शुरूआती मुलाकात में ही इनमें से अधिकांश मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। अफगानिस्तान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अमेरिका आगे भी पाकिस्तानियों (सैन्य वं असैन्य नेतृत्व) से रचनात्मक सहयोग हासिल करने के साथ अफगान तालिबान शांति वार्ता में शामिल होने, सुलह प्रक्रिया में सहायता का प्रयास करने का आह्वान जारी रखेगा। ड्रोन हमलों के बारे में उन्होंने कहा कि अमेरिका जानता है कि पाकिस्तान इसको लेकर चर्चा करना चाहता है।
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