विधेयक पारित करने के लिए उपयोग हो रहा है तीन गुणा बड़ा सीनेट
– विपक्ष का कहना है कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में कम समय में विधेयक हो जाते थे पारित
औटवा। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो के कार्यकाल में एक और संदेहास्पद विवाद खड़ा हो रहा हैं, विपक्ष ने संसद में दावा किया है कि पिछली सरकारों की तुलना में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सीनेट बहुत अधिक समय तक किसी भी विधेयक को पारित करने में समय लगा रहा हैं। जिसके कारण सीनेट का खर्चा पिछली सरकारों की तुलना में कई गुणा अधिक हो गया हैं। जबकि लिबरलस का कहना है कि विपक्ष उनकी मेहनत पर शंका उत्पन्न कर रही हैं, उदाहरण के तौर पर वर्ष 2011 से 2015 के कार्यकाल में कंजरवेटिवस की सरकार के दौरान सीनेट की केवल 12 बैठकों का आयोजन किया गया जिसमें सभी बिलों को पारित किया गया, जबकि यहीं तुलना यदि जस्टीन ट्रुडो के कार्यकाल से करें तो यह संख्या 31 से अधिक रहीं, सीनेटों की रॉकेट की रफ्तार से की गई बैठकों पर संशय व्यक्त किया जा रहा हैं और यह भी माना जा रहा है कि इतनी अधिक बैठकें केवल लोगों को गुमराह करने और अधिक धन बनाने के लिए की गई हैं। जानकारों के अनुसार किसी भी सीनेट का कार्य उसके बैठकों के दिवसों और कार्य घंटों को जोड़कर लगाया जाता हैं, ज्ञात हो कि यदि इस जांच में कोई भी गड़बड़ी पाई जाती है तो सीनेटरों के कार्यों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं। स्वतंत्र सीनेटरस ग्रुप के सहायक सीनेटर युएन पाउ वू ने कहा कि किसी भी सीनेटर का संबंध राजनैतिक पार्टी से नहीं होता, इसलिए इस प्रकार की सोच पर विचार करना होगा सीनेटरों का मुख्य कार्य देश के बजट और कमेटी व्यवस्था आदि के निर्माण में सुचारु भूमिका निभाना हैं। यद्यपि इस समय पीसी अपना विपक्ष का दायित्व भलीभांति से परिपूर्ण कर रहा हैं। परंतु मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इस प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप अनुचित होंगे, जिससे सीनेटरों के कार्यों पर से लोगों का विश्वास डगमगाने लगेगा। किसी भी सीनेटर की बैठक में विलंभ सरकारी तैयारियों में कमी के कारण भी हो सकता हैं, इसके लिए सरकार और विपक्षी अधिकारियों के मध्य एक अच्छा एजेंडा होना आवश्यक हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को अपने स्वयं के बिल में कई संशोधन करने चाहिए जिससे इस प्रकार की समस्या उत्पन्न ही नहीं हो। वू भी चाहते है कि वर्तमान सरकारी गतिविधियों में बदलाव होना चाहिए जिससे सीनेट की कार्य प्रणालियां बदले और कार्य पारदर्शी हो सके और इस प्रकार की कोई भी शंका उत्पन्न ही नहीं हो सके। लिबरलस सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक समय बिल सी-58 को पारित करवाने में लगा, सूत्रों के अनुसार इस बिल के पारित होने में लगभग 112 बैठकें हुई जिसके कारण यह सबसे लंबे समय तक चलने वाला बिल माना जा रहा हैं।
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