उपचुनावों पर लगा है बड़ा दांव , पांच सीटों पर वोटिंग की तैयारी – प्रीमियर कैथलीन के लिए बड़ी चुनौती
ओटवा – ओंटारियो में पांच एसेंबली सीटों पर उपचुनाव में तीनों मुख्य राजनीतिक दलों ने पूरा जोर लगा रखा है और उम्मीदवारों के साथ ही वर्कर्स ने भी पूरी मेहनत की है। इन उपचुनावों को मुख्य चुनावों की एक रिहर्सल माना जा रहा है। पांचों सीटों पर लिबरल, पीसी और एनडीपी पूरा जोर लगा रहे हैं और सभी अपनी अपनी जीत का दावा भी कर रहे हैं।
ये पांचों सीटे कुछ एमपीपी द्वारा अपने पदों से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई हैं और अधिकांश सीटों को लिबरलों के नियंत्रण वाली सीटों के तौर पर ही देखा जाता रहा है। जानकारों का कहना है कि इटोबीको, स्कारबरूग आदि सीटों पर लिबरल आसानी से जीत जाएंगे और बाकी सीटों पर मुकाबला थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
वहीं प्रीमियर कैथलीन को उम्मीद है कि इन चुनावों में जीत प्राप्त कर वे अपनी अल्पमत में चल रही सरकार को फिर से बहुमत में ले आएंगी। वहीं इसके साथ ही मुख्य चुनावों तक अपनी पार्टी को फिर से मजबूती देते हुए अधिक से अधिक वोटर्स को लिबरल पार्टी के साथ जोड़ पाएंगे। ओंटारियो में लंबे समय से लिबरल पार्टी की सरकार है और अब वे इसे एक और कार्यकाल देना चाहती हैं।
प्रीमियर कैथलीन भी उतरी हुई हैं मैदान में
फरवरी में पूर्व प्रीमियर डॉल्टन मैगिंटी के इस्तीफे के बाद प्रीमियर बनी कैथलीन वेयने ने भी चुनावों में अपना पूरा जोर लगा रखा है। उनका कहना है कि ये चुनाव एक तरह से उनके छह माह के कार्यकाल के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया हैं। ऐसे में वे खुद भी कई सीटों पर चुनाव प्रचार के लिए गई और आम लोगों से सीधा संपर्क किया।
पीसी का भी पूरा जोर लगा
पीसी नेता टिम हुडक भी इन चुनावों को अपने लिए एक और परीक्षा मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार वे कोई गलती नहीं करेंगे और पांच में तीन सीटों पर जीत मिलने पर लिबरल सरकार पर हमला तेज कर देंगे। वे पहले भी लिबरल सरकार को हमेशा ही निशाने पर रखते आए हैं और इस बार भी कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं।
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