यूक्रेनियन विमान हादसा ‘अनजाने’ में हुई भारी भूल : ईरानी राष्ट्रपति
औटवा। ईरानी राष्ट्रपति ने शनिवार को पत्रकारों को दिए अपने संयुक्त संदेश में माना कि विमान हादसा कोई ईरानी हमला नहीं बल्कि ”अनजाने” में हुई एक बड़ी मानवीय भूल हैं, जिसके कारण सैकड़ों निर्दोष लोगों की मृत्यु हो गई, जिसमें से 57 कैनेडियनस थे। राष्ट्रपति हुसैन रोहानी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा कि यह किसी भी प्रकार की दुर्घटना नहीं, बल्कि एक बड़ी मानवीय भूल के कारण हमला हुआ हैं, जिसका खामियाजा अपने नागरिकों को खोकर दुनिया के कई देश भुगत रहे हैं। ईरान की राजधानी तेहरान के पुलिस प्रमुख ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन के यात्री विमान को गलती से मार गिराए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ सुरक्षा बलों को ‘संयम’ बरतने का आदेश दिया गया है। जनरल हुसैन रहीमी ने कहा कि रविवार को तेहरान में दूसरी रात प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति ‘पुलिस ने धैर्य और सहनशीलता के साथ व्यवहार किया। सरकारी टीवी पर प्रसारित एक बयान में उन्होंने कहा, ‘राजधानी में पुलिस को संयम बरतने के आदेश दिए गए हैं जिसकी वजह से उसने लोगों की भीड़ पर गोली नहीं चलाई।’ कीव जा रहे यूके्रन इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक यात्री विमान को बुधवार को तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद मिसाइल से मार गिराया गया था। विमान में सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी। ईरान ने शुरू में विमान को मिसाइल से मार गिराने की बात से इनकार किया था लेकिन शनिवार को उसने स्वीकार किया कि एक भयंकर चूक की वजह से यह हादसा हुआ। राजधानी तेहरान में इस घटना के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और अधिकारियों समेत शीर्ष नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। ईरान ने मामले की जांच में शामिल होने के लिये कैनेडा, फ्रांस, यूक्रेन और अमेरिका के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है। राष्ट्रपति हसन रुहानी ने मामले की ‘व्यापक जांच’ का वादा किया है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कैनेडियनस की मौत का उन्हें बहुत अधिक दु:ख हैं, विशेष तौर पर उन विद्यार्थियों की मौत का जो अपने भविष्य की अच्छी शु$आत के लिए कैनेडा पढ़ाई के लिए जा रहे थे, जिसमें कई नागरिक कैनेडा में मूल रुप से यहीं बसे हैं, परंतु उनके कई बच्चें यूक्रेन व निकटवर्ती देशों में जाकर बस गए, परंतु आज भी ऐसे परिवार होलीडे सीजन पर कैनेडा अपने परिजनों से मिलने अवश्य आते हैं और इस बार भी यहीं होना था, परंतु उससे पहले मानवीय आपदा ने सभी के सपनों को निराधार कर दिया।
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