नियाग्रा फाल्स के बोर्डर ब्रिज पर जुटे सैकड़ों वेट सुवेटन नागरिक
– नियाग्रा फाल्स के प्रख्यात आदिवासी समुदाय ने खुलकर पाईपलाईन परियोजना का विरोध प्रदर्शन आरंभ कर दिया हैं
टोरंटो। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ये समुदाय अपने मांगों को लेकर इस प्रदर्शन को और अधिक बढ़ाने की बात स्वीकारी हैं। रविवार को दोपहर 2 बजे से आरंभ हुए इस प्रदर्शन में निकटवर्ती ईलाकों में भी रह रहे कई आदिवासी ग्रुपों ने इस प्रदर्शन में भागीदारी की सूचना दी, हाईवे 420 और स्टेनले एवैन्यू के चौराहे से इस विरोध अभियान की शुरुआत की गई और इस प्रदर्शन का अंत रैनबॉ इंटरनेशनल ब्रिज पर हुआ। इससे बॉर्डर क्रॉसींग पर यातायात में बहुत अधिक अस्त-व्यस्तता देखने को मिली। पत्रकारों को दी जानकारी के अनुसार शीन वेंदरक्लिस ने बताया कि कैनेडियन सरकार को हमारे अधिकारों के हनन का कोई भी अधिकार नहीं और केंद्र सरकार ने इस परियोजना को देश की सभी आदिवासी समूहों की रजामंदी से नहीं लागू किया हैं, जिस पर सरकार को पुन: विचार करना होगा। वेंदरक्लिस ने कहा कि प्रदर्शन की मजबूती के लिए फिर से सभी को अपनी एकजुटता दिखानी होगी। सरकार को अपनी मांगों पर कार्यवाहीं करने का मौका कई बार दिया जा चुका हैं और अब समय आर-पार की लड़ाई का हैं यदि सरकार इस समस्या को हल्के में लेगी तो उन्हें भविष्य में इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। आदिवासी अधिकारों को पूरा करना प्रत्येक देश की सरकारों की जिम्मेदारी होती हैं, परंतु कैनेडियन सरकार ने केवल आर्थिक विकास के नाम पर आदिवासी जातियों पर यह बोझ लाद दिया हैं, जिससे कैनेडा की कई आदिवासी समूह विलुप्त हो जाएंगे और इसे बचाने के लिए सरकार को एक बीच का रास्ता अवश्य खोजना होगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार लगभग दो दर्जन प्रदर्शनकारियों ने इस विरोध में अपनी गिरफ्तारियां भी दी, इसके अलावा शनिवार को इस प्रदर्शन के साथ देश की कई अन्य रेलगाड़ियां भी रोकी गई। मीलर ने प्रदर्शनकारियों की जानकारी देते हुए कहा कि ये प्रदर्शनकारी पिछले आठ या नौ दिन से अत्यंत सर्दीले मौसम में भी अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और एकजुट होकर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
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