फंसे हुए कैनेडियन्स को जहाज से बाहर निकालेगा अमेरिका : ट्रंप

फोर्ट लॉउडरडाले, फ्लोरिडा । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए फ्लोरिडा में एक फंसे एक जहाज को कई दक्षिणी अमेरिकी देशों द्वारा मदद से इन्कार के बाद अमेरिकी अधिकारी इस जहाज पर फंसे सभी लोगों को बाहर निकालेंगे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका इस जहाज पर मेडिकल टीम को भेज रहा है और लोगों को बाहर निकालेगा और विदेशियों को उनके घर भेजेगा। उन्होंने कहा, हम कैनेडा के लोगों को बाहर निकालेंगे और उन्हें कैनेडा के अधिकारियों को सौपेंगे। ठीक इसी तरह ब्रिटेन के लोगों के साथ भी किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों एक मेल संदेश द्वारा औटवा की एक स्थानीय महिला जो यात्री जहाज में सवार हैं ने बताया कि वे अभी भी उसी क्रूज में सवार हैं जिसमें कोविड-19 के कारण चार मौतों की पुष्टि की गई हैं, फिलहाल वह जहाज जल्द ही फ्लोरिडा पहुंचने वाला हैं। कैथरीन मक्लीयॉड नामक यह महिला अपने पति के साथ इस जहाज पर जिंदगी व मौत से जूझ रही हैं, सरकारी सूत्रों के अनुसार इस जहाज में अभी भी 248 कैनेडियनस सवार हैं, जिन्हें जल्द ही देश में लाने की कवायद आरंभ की जाएंगी। मार्च के मध्य में इस जहाज को पनामा कैनाल से आरंभ किया गया था। उन्होंने यह भी माना कि क्रूज के अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलवाया हैं कि जल्द ही उन्हें दूसरे जहाज में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसके लिए उन्हें फ्लोरिडा ले जाया जा रहा हैं, इस समय अधिकारियों का मुख्य लक्ष्य जहाज के सभी यात्रियों की सुरक्षा हैं, जिसके लिए जल्द ही उन्हें जानडेम के सिस्टर शीप में भेजा जाएंगा। अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और विभिन्न अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की बाढ़ से जूझ रहे हैं और उनके लिए यह फैसला लेना मुश्किल हो रहा है कि किन मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाए और किन्हें नहीं। मैरीलैंड के बाल्टीमोर में जॉन्स हॉप्किन्स अस्पताल के आपात विभाग में डॉक्टर डेनियल ब्रेनर कोविड-19 के कई मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मैरीलैंड में अभी तक 24 लोग जान गंवा चुके हैं और करीब 2000 मामले सामने आए हैं। सैकड़ों मामले सामने आने पर ब्रेनर ने कहा कि यह पहचान करना बहुत मुश्किल हो गया है कि किन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। उन मरीजों को, जिनमें बीमारी के गंभीर लक्षण देखे गए और उन्हें ऑक्सीजन देने की जरूरत है या उन्हें जो घर पर भी इस बीमारी से उबर सकते हैं। इस वक्त सही फैसला करना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
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