कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्ति डोमेस्टीक एयर, रेल यात्राएं न करें : ट्रुडो
औटवा। सोमवार को दिए अपने नए संदेश में प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे लोग जिन्हें कोविड-19 के लक्षण प्रतीत हो रहे हैं, वे कतई भी घर से बाहर न निकलें केवल आपात कालीन स्थिति में ही अपने रोग संबंधी जांच के लिए घर से निकलें और स्थानीय एयर, रेल यात्राएं बिल्कुल नहीं करें। देशवासियों के अलावा उन्होंने सभी सरकारी व लोक स्वास्थ्य अधिकारियों को भी कहा कि वे इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि कोई भी कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्ति को सामाजिक मिलाप नहीं करने दें और उन्हें सोशल डिशटेन्टींग की अपील करते रहें, यदि कोई तब भी नहीं मानता तो पुलिस को सूचना दें जिससे उस व्यक्ति पर कार्यवाही हो सके। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस समय हमें संयम का प्रमाण देना होगा अन्यथा यह महामारी हजारों जिंदगियां तबाह कर देगी। उन्होंने यह भी बताया कि हमने रेल व एयर कर्मचारियों को कई प्रकार के संसाधन उपलब्ध करवा दिए हैं, जिससे कोविड-19 के लक्षणों को पहचानने में आसानी हो सके, इसलिए लोगों से यह अपील हैं कि वे अपने लक्षणों को स्वयं देखे और किसी भी असुविधा से बचने के लिए स्वयं ही इन स्थानों पर जाने से बचे। जिससे उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। क्योकि सभी यात्रा स्थानों को निर्देश दे दिए गए हैं कि यदि कोई भी ऐसे लक्षण वाला व्यक्ति दिखे तो उसे तुरंत निकटतम आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया जाएं, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा न हो सके। प्रधानमंत्री ने इस बात की भी पुष्टि की और कहा कि अब लोग टाइलेनोल लेकर अपने लक्षणों को छुपा नहीं सकेंगे और नए यंत्रों से उन्हें जल्द ही पहचान लिया जाएंगा और आगामी असुविधा के लिए वे स्वयं जिम्मेदार होगें। फिलहाल क्यूबेक आदि की भी सीमाएं सील कर दी गई हैं और लोगों को बहुत अधिक आवश्यक कार्य पर ही बाहर निकलने का संदेश दिया गया हैं। सभी प्रांतीय नागरिकों को सेल्फ-आईसोलेशन का पालन करने की अपील जारी करते हुए सभी राज्यों में सावधानी को इस वायरस संकट से बचने का सबसे उत्तम उपाय बताया गया हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात को भी बताया कि पनामा तट पर स्थित एक क्रूज में 248 कैनेडियनस को भी जल्द ही स्वदेश लाने की कवायद आरंभ कर दी गई हैं, माना जा रहा है कि इस क्रूज में भी कुछ यात्रियों की जांच में कोविड-19 की पुष्टि की गई हैं जबकि चार लोगों की अब तक मृत्यु भी हो चुकी हैं। पीएम ने आगे कहा कि वैश्विक संकट से बचने के लिए सभी प्रयास आरंभ कर दिए गए हैं और आशा कि जा रही है कि सभी के सहयोग से अवश्य ही इस संकट से उबरा जा सकेगा।
देश में 6,320 केसों के साथ स्थिति बहुत अधिक भयंकर बनी हुई हैं, जिसमें अभी तक 66 मौतों की पुष्टि भी की जा चुकी हैं और 485 मरीजों के ठीक होने की भी सूचना जारी की गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यूनाईटेड वे और किडस हेल्प फोन संस्थाओं द्वारा यह मदद देश की वित्तीय स्थिति को भी मजबूत करेगा और इस महामारी के संकट से उबारने के लिए एक सार्थक कदम उठाने में मदद करेंगा। प्रधानमंत्री ने निजी संस्थाओं से भी प्रार्थना की हैं कि अपने कर्मचारियों को जितना सहयोग हो सके उतना करें जिससे आगामी दिनों में किसी भी प्रकार की श्रम कमी का सामना नहीं करना पड़े और इस संकट की स्थिति से जल्द से जल्द उबरा जा सके। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री की पत्नी जॉर्जी ट्रुडो को गत 13 मार्च के पश्चात से एकांतवास में रहने की सलाह दी गई थी, वह इंग्लैंड यात्रा से लौटी थी, जिसके पश्चात प्रधानमंत्री ने भी स्वयं को आईसोलेशन करने की घोषणा की थी, परंतु पीएमओं के आंतरिक सूत्रों के अनुसार स्थितियां नियंत्रण में हैं और प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी पूर्णत: स्वस्थ्य हैं।
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