फोर्ड ने माना प्रांतीय क्षेत्रों को पुन: खोलने का दबाव बहुत अधिक हैं
टोरंटो। प्रीमियर डाग फोर्ड ने मीडिया को बताया कि उनके ऊपर प्रतिबंधों में छूट का भारी दबाव हैं, जिसके लिए वह प्रयासों में लगे हुए हैं। यह समस्या कितनी गंभीर हैं इसके लिए उन्हें तब समझ आई, जब उनके अपने 12 वर्षीय भतीजे ने उन पर प्रतिबंधों को खोलने की जिद की, उन्होंने माना कि जब बच्चे भी घर में रहना पसंद न करने लगे तो समझ जाना चाहिए अब स्थिति खराब होती जा रही हैं। परंतु यह छूट पूर्ण रुप से आश्वस्त होने के पश्चात ही मिलेगी। फोर्ड ने यह भी बताया कि इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री के साथ भी गहन चर्चा चल रही हैं और स्थिति के पूर्णत: नियंत्रण के पश्चात ही इस प्रकार के छूटों पर विचार किया जाएगा। नई मॉडल रिपोर्ट में संक्रमितों की संख्या 80,000 तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही थी, परंतु अभी तक हमारी संख्या 20,000 तक भी नहीं पहुंच पाई हैं, फिर भी हमें सावधानी की अधिक आवश्यकता हैं। इसलिए हम स्थिति बद से बदतर होने से पहले ही सुधार करना चाहते हैं और इसलिए नई कार्य नीति पर योजना बनाई जा रही हैं। जिसमें सुधार के पश्चात ही इसे लागू किया जाएगा। वहीं फोर्ड ने डब्ल्यूएचओ का उदाहरण देते हुए कहा कि विष्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को सचेत किया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने में जल्दबाजी करने से यह संक्रमण फिर से जोर पकड़ सकता है। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब सरकारें प्रतिबंधों में ढील देकर आर्थिक गतिविधियां चालू करने की योजना बना रही हैं। डब्ल्यूएचओ के लिए पष्चिमी प्रषांत के क्षेत्रीय निदेषक डॉ. ताकेषी कासेई ने कहा,”यह ढिलाई बरतने का समय नहीं है, बल्कि हमें निकट भविष्य के लिए जीवन जीने के नए तरीके को लेकर स्वयं को तैयार रखने की आवष्यकता है।” उन्होंने कहा कि सरकारों को वायरस को फैलने से रोकने को लेकर सतर्क रहने की आवष्यकता है और लॉकडाउन एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने के अन्य कदमों को धीरे-धीरे हटाया जाना चाहिए। इसके साथ ही लोगों को स्वस्थ रखने एवं अर्थव्यवस्था को चालू रखने के बीच संतुलन कायम करने की आवश्यकता है।
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