मास्क पहनने में दिक्कत थी तो सिक्ख डॉक्टर ने कटवाई दाढ़ी
एक सिक्ख के लिए दाढ़ी और केश उनकी जान से भी ज्यादा प्यारे माने जाते हैं। मगर कनाडा में सिक्ख डॉक्टर ने अपने फर्ज के आगे अपना धर्म (religion) तक कुर्बान कर दिया। दिन रात लोगों की सेवा में लगे दो सिक्ख डॉक्टरों को कई दिनों से मेडिकल ग्रेड का मास्क पहनने में दिक्कत पेश आ रही थी, लिहाजा उन्होने मरीजों की सेवा के आगे अपनी दाढ़ी को ही कटवाने का फैसला कर लिया। मांट्रियल के डॉ. संजीत सिंह सलूजा फिजिशियन हैं और उनके भाई डॉ. रंजीत सिंह मैक्गिल न्यूरोसर्जन हैं। दोनों यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर (MUHC) में मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं। मगर काफी अरसे से दोनों को दिन रात अपने पेशे के मुताबिक काम करने के लिए मेडिकल मास्क पहनना पड़ रहा था। मगर दाढ़ी के साथ ये मास्क पहनना मुश्किल हो रहा था।
धार्मिक सलाहकारों की सलाह के बाद कटवाने का फैसला लिया
आखिरकार अपने धार्मिक सलाहकार और मित्रों से सलाह मशवरे के बाद दोनों ने दाढ़ी कटवाने का फैसला लिया है। यहां तक कि दोनों चिकित्सकों के सम्मान में खुद MUHC की वेबसाइट में भी दोनों के इस त्याग और बलिदान के बारे में लिखा गया है। दोनों सिक्ख डॉक्टरों के इस त्याग की काफी तारीफ की जा रही है।
MUHC की वेबसाइट ने किया इस त्याग का बखान
दूसरी ओर डॉ संजीत सिंह ने MUHC पर पोस्ट करके दाढ़ी कटवाने का स्पष्टीकरण भी दिया है। उन्होंने लिखा कि मास्क पहनने की दिक्कत के चलते वे काम करना छोड़ सकते थे, मगर उन्होनें मरीजों की सेवा करने की शपथ ली थी। इस नाजुक वक्त में दो डॉक्टरों का काम से भागना उनके धर्म के खिलाफ होता। हालांकि डॉ सलूजा ने इस फैसले के बाद उदासी भी लोगों से साझा की। उन्होंने बताया कि अब आईना देखने में झटका सा लगता है। मगर अब चिकित्सक बनकर लोगों की जान बचाने की बात थी तो दाढ़ी को हटाना भी भगवान के लिए किया गया त्याग ही था।
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