प्रीमियर से लेकर प्रधानमंत्री ने दी आजादी दिवस की बधाई
टोरंटो – कैनेडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर से लेकर ओंटारियो प्रीमियर तक ने सभी इंडो कैनेडियन मूल के लोगों को भारत की आजादी की 67वीं वर्षगांठ की बधाई दी है। प्रीमियर कैथलीन तो टोरंटो में पैनोरमा इंडिया के आजादी दिवस समारोह में उपस्थित भी रहीं और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
सीनेटर आशा सेठ ने प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर का बधाई संदेश भी पढ़ा, जिसमें उन्होंने सभी भारतीयों के योगदान की प्रशंसा करते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की। लिबरल नेता जस्टिन टरेडू ने भी अपना बधाई संदेश भेजा। मौके पर पहुंचे कई नेताओं ने भी तिरंगे को सलामी दी। वहीं भारतीय तिरंगे के रंग में रंगे नजर आए और उन्होंने पूरे जोश के साथ पूरे आयोजन में हिस्सा लिया। इस पूरे आयोजन के आयोजक पैनोरमा इंडिया के चेयरमैन जीवनजीत त्रिपाठी ने कहा कि सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपना पूरा योगदान दिया।
इस साल आजादी दिवस के मौके पर रिकार्ड जनसमूह एकत्र हुआ और लोगों ने भारत की आजादी की 67वीं वर्षगांठ को बेहद धूमधाम से मनाया। इस मौके पर ओंटारियो की प्रीमियर कैथलीन वेयने, कई मंत्री, कई एमपी, कई एमपीपी और हजारों भारतीय उपस्थित थे और सभी ने इंडिया डे परेड में हिस्सा लिया।
रंगारंग परेड के साथ ही कई सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। योंगे-डंडास स्कवायर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रीमियर कैथलीन विन ने कहा कि ये एक शानदार उत्सव है और मैं आप सभी को एक सुरक्षित और खुशियों से भरा स्वतंत्रता दिवस मनाने की शुभकामनाएं देती हूं।
उन्होंने ओंटारियो और पूरे कैनेडा की तरक्की में इंडो कैनेडियनों के योगदान की भरपूर सराहना की और कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत कर कैनेडा में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने टोरंटो से जा रहीं इंडियन काउंसिल जनरल प्रीति सरण की भारत और कैनेडा के संबंधों को मजबूत बनाने के लिए योगदान करने के लिए सराहना की। प्रीति अब वियतनाम में भारत की राजदूत बन कर जा रही हैं।
तक्खड़ और उप्पल ने भी दी बधाई
इस अवसर ओंटारियो के पूर्व मंत्री हरिंदर तक्खड़ ने भारतीय जनसमुदाय को बधाई देे हुए कहा कि भारत के आजादी दिवस पर वे विदा हो रही काउंसिल जनरल प्रीति सरण को भी अपनी नई भूमिका के लिए बधाई देते हैं।
इस मौके पर फैडरल मंत्री टिम उप्पल भी मौजूद थे और उन्होंने भारतीय कैनेडियन संबंधों को एक नए दौर में बताया। वहीं संसदीय सचिव और सीनियर इंडो कैनेडियन एमपी दीपक ओबराय ने कहा कि भारत एक सक्रिय लोकतंत्र की मिसाल है और भारत की आर्थिक तरक्की भी पूरी दुनिया को हैरान कर रही है। कई देश इस मॉडल को अपना रहे हैं।
गुजरात की झांकी नंबर वन
परेड के अंत में गुजरात की झांकी को बेस्ट घोषित किया गया। उसके बाद केरल और तमिलनाडू का नंबर आया। दोपहर 1.30 बजे से एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें विभिन्न कलाकारों ने अपनी अपनी कलाओं की प्रस्तुतियां दी।
क्या आपका होम इंश्योरेंस दुरूस्त है?
बीते समय में कुछ घटनाक्रमों ने ये साबित किया है कि कैनेडा में काफी लोग होम इंश्योरेंस पर लापरवाही बरतते हैं और ऐसे में उन्हें कई बार काफी नुक्सान भी उठाना पड़ा है। कई बार लोग बैंक की किस्त ना दे पाने के बाद घर को खोने के साथ ही दीवालिया भी घोषित कर देते हैं जबकि होम इंश्योरेंस लेकर ऐसी स्थिति से बचा जा सकता था।
वहीं देश में मौसम भी लगातार खराब हो रहा है और ऐसे में लोगों को अपने घर की सुरक्षा की चिंता का स्तर बढ़ाना होगा। लोगों को अपने घर की लागत के अनुसार बीमा जरूर करवाना चाहिए क्यों कि घर किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। आपको अपने घर के बारे में अच्छी तरह से जानने के लिए अभी से पूरी तैयारी करनी होगा और उसके बाद ही होम इंश्योरेंस का आकलन करना होगा।
अपने घर को जाने
आपने किसी साल अपना घर बनाया था? उसकी नींव किस तरह की है? ये दो मुख्य जानकारी हैं जो कि बीमा प्रदाता जानना चाहेगा ताकि आपके अपने घर के रिप्लेसमेंट खर्च का आकलन किया जा सके। ऐसे में अपने घर का असली मूल्य जानना बेहद जरूरी है और इस काम में एक प्रोफेशनल एपेजर काफी मदद कर सकता है।
वहीं घर पर रखे पूरे सामान की सूची पास होने से भी कवरेज का पूरा लाभ प्राप्त करने में सुविधा रहती है। ऐसे में इस पर जरूर ध्यान दें।
इंश्योरेंस ब्यूरो ऑफ कैनेडा के अनुसार ये महत्वपूर्ण है कि जब भी आपने मार्टगेज प्राप्त किया है, वह तभी फायर बीमा भी प्रदान करे क्योंकि इससे भी काफी घरों को नुक्सान होता है। इसमें टीवी आदि का मुआवजा नहीं दिया जाता है। वहीं इससे मासिक आय को भी कोई सुरक्षा प्राप्त नहीं है। अपने किसी भी बीमा संबंधी सवाल के उत्तर के लिए आप सेंटम मार्टगेज स्पेशलिस्ट से बात कर अपने लिए जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
लव एक्रॉस बॉर्डर्स
आप किसी भी पाकिस्तानी या भारतीय से बात करें, वे आपको अपने नुक्सान, दुख और दिल टूटने की दास्तां और दुख-तकलीफ भी बता देंगे। 1947 में दोनों देशों के जन्म के बाद से काफी पानी पुलों के नीचे से प्रवाहित हो चुका हैं लेकिन दर्द का दरिया अभी भी कम नहीं हुआ है।
1947 में दोनों देशों के जन्म के समय बहुत सारे लोगों ने अपने रिश्तेदार, दोस्त या सहयोगी खोए थे। उन यादों को याद करना भी मुश्किल है। अब समय आ गया है कि दोनों देशों को एक-दूसरे की दिशा में आगे बढऩा चाहिए।
दोनों देशों का तनाव कम करने के लिए अब लव एक्रॉस बॉर्डर्स दोनों देशों की दूरिया कम करने का प्रयास कर रहा है। इस संबंध में एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है। इसमें साउथ एशिया के युवा प्रकाशक इंडियारीड्स भी अपना पूरा सहयोग दे रही है।
इंडिया रीड्स के संस्थापक नाहीद हसन ने कहा कि 70 सालों में भारत और पाकिस्तान में रहने वाले लोगों के जीने मरने की बात को सुन रहा हूं। 1947 के बुरे वक्त को अब भुलाना ही होगा। नाहीद इस संंबंध में एक हजार से दो हजार तक की कहानियां भी लिख चुके हैं। उनकी कहानियों से मानवीय संवेदनाएं और आम लोगों के दर्द को राहत मिलती है।
नाहीद की अगली कलेक्शन लवएक्रॉसबॉर्डर्स.ओरजी पर भी देखा जा सकता है। आजादी के दिवस पर प्रकाशित इस किताब में भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक नेताओं की सोच पर भी प्रकाश डाला गया है। ये आम लोगों के लिए पूरी तरह से मुफ्त है।
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