मानसिक स्वास्थ्य संकट टालने के लिए नए उपायों को अपनाने की उठी मांग

सुरी, बी.सी.। पुलिस बल के कारण क्षेत्र में मौत का आंकड़ा बढ़ने के पश्चात प्रशासन ने अब नए प्रबंधों पर ध्यान देने का विचार किया हैं, प्राप्त जानकारी के अनुसार मेंटल हैल्थ संबंधित अस्पतालों में पुलिस कर्मियों द्वारा मरीजों के साथ क्रूरता पूर्ण व्यवहार किए जाने के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार के स्थान पर और अधिक बिगड़ने की सूचना मिली। ज्ञात हो कि कैनेडा के सबसे बड़े मानसिक स्वास्थ्य सुविधा देने वाले अस्पताल ने यह स्पष्ट कहा कि जल्द ही उनके अस्पतालों से पुलिस बल की नियुक्ति हटाई जाएंगी, इसका मुख्य कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब हम नई विचारों को आगे बढ़ाएं, मानसिक रोगियों के साथ कई बार पुलिस कर्मी इस प्रकार का व्यवहार कर देते हैं, जिससे उनके रोग में सुधार के स्थान पर और अधिक तकलीफ बढ़ जाती हैं, इसलिए यह फैसला लिया गया। इस बारे में अधिक जानकारी देने के लिए 62 वर्षीय ईजाज चैधरी की घटना बताई गई, जिन्हें पिछले महीने पुलिस की निर्मम कार्यवाही के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इसी प्रकार एडमंडसटन, एन.बी. में पुलिस की गोली का शिकार हुई 26 वर्षीय चैन्टल मूरे भी इस संकट को और अधिक दर्शाती हैं। बताया जाता है कि कई बार कुछ मानसिक प्रभाव में आएं लोग पुलिस के आगे अपनी मांग उचित प्रकार से नहीं रख पाते, जिस कारण पुलिस उग्र हो जाती हैं और उन पर हमला कर देती हैं, जिसके पश्चात स्थिति में सुधार के स्थान में वह और अधिक बिगड़ जाती हैं। जानकारों के अनुसार अब समय आ गया हैं जब पुलिस को इस बात के लिए प्रशिक्षित होना होगा।
टोरंटो पुलिस बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आलोक मुखर्जी का भी यहीं मानना है कि भविष्य के लिए केवल मानसिक स्वास्थ्य के प्रति प्रशिक्षित कर्मियों को ही इन अस्पतालों या संबंधित क्षेत्रों पर नियुक्त किया जाएं, जिससे मामले को जल्द से जल्द सुधारा जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कार्यकाल में 2005 से 2015 के मध्य उन्होंने मोबाईल संकट को कम करने के लिए प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को इस कार्य में लगाया था, जिसके पश्चात इसमें काफी कमी देखी गई।
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