अमरोहा में घुसकर दिखाएं प्रीति जिंटा
कमाल अमरोही की संपत्ति के बंटवारे का विवाद सुलझ नहीं रहा। कमाल अमरोही के बड़े पुत्र शानदार अमरोही की दत्तक पुत्री बनीं प्रीति जिंटा के कारण मुंबई की संपत्ति का बंटवारा लटका हुआ है। इसी कारण शानदार अमरोही की अमरोहा की पुश्तैनी संपत्ति के बंटवारे पर भी सवाल उठ रहे हैं। कमाल अमरोही की पुत्री रुखसार अमरोही का साफ कहना है कि प्रीति जिंटा को वे अमरोहा की सरहद में भी नहीं घुसने देंगी। वे कमाल अमरोही की असली पोती नहीं हैं, इसलिए इस संपत्ति पर उनका कोई हक नहीं बनता।
गौरतलब है कि फिल्मकार कमाल अमरोही के बड़े पुत्र शानदार अमरोही को कोई संतान नहीं है। दो वर्ष पूर्व उनकी मौत से पहले आयी बरखा राय की एक पुस्तक में प्रीति जिंटा को शानदार अमरोही की गोद ली हुई पुत्री लिखा गया। इसके बाद से यह मामला सुखिर्यो में आया। बाद में प्रीति जिंटा ने शानदार अमरोही की करीब छह सौ करोड़ रुपये की संपत्ति पर दावा कर दिया। इसमें कमालिस्तान स्टूडियो व उनका आवास कमाल महल भी शामिल है।
करीब एक वर्ष से यह विवाद चल रहा है। उनके छोटे पुत्र ताजदार अमरोही ने स्टूडियो के शेयर डी बी रियलिटी को बेच दिए लेकिन प्रीति जिंटा के दावों के कारण शानदार अमरोही के हिस्से वाला विवाद अभी चल रहा है। उनकी पुत्री रुखसार अमरोही इससे आहत हैं। उनका आरोप है कि प्रीति जिंटा केवल प्रापर्टी के लालच में शानदार अमरोही के साथ आयी थीं। जब तक वे जिंदा रहे, तब तक उन्हें अपने कब्जे में रखा, किसी से मिलने तक नहीं दिया गया लेकिन मरने के बाद अमरोही खानदान से संबंध पूरी तरह खत्म कर दिए। उनका आरोप है कि प्रीति जिंटा ने शानदार अमरोही से काफी धन हासिल किया। लव इन पेरिस फिल्म इसी धन से बनाई गई है।
चूंकि प्रीति जिंटा को गोद ली गई पुत्री माना गया है, इस हैसियत से क्या वे अमरोहा की संपत्ति पर भी दावा कर सकती हैं? इस सवाल के जवाब में रुखसार ने कहा कि, मैं प्रीति को अमरोहा की सरहद में भी नहीं घुसने दूंगी। न कानूनी रूप से, न धार्मिक रूप से। इस संपत्ति पर उनका कोई हक नहीं बनता।
प्रीति जिंटा थीं मददगार
बरखा राय की पुस्तक में लिखा है कि शानदार अमरोही के अंत समय में प्रीति जिंटा ही शानदार अमरोही की एकमात्र मददगार थीं। वह हमेशा शानदार के साथ रहती थीं। गोवा में जहां शानदार अमरोही की मौत हुई, वहां भी प्रीति साथ थीं। जिंटा, ताजदार अमरोही व रुखसार अमरोही से चल रहे विवाद में भी शानदार की कानूनी मदद करती थीं। हालांकि रुखसार कहती हैं कि वह सिर्फ भाई-बहनों में विवाद कराकर संपत्ति हड़पना चाहती थीं, और यही किया।
बड़ा खुलासा होना बाकी
रुखसार अमरोही का दावा है कि संपत्ति विवाद में अभी बड़ा खुलासा होना बाकी है। कमाल अमरोही की वसीयत अभी दुनिया के सामने नहीं आयी है। इसके सामने आते ही उनके संपत्ति पर दावे जता रहे लोग धड़ाम गिरेंगे। उन्होंने संकेत दिया कि वसीयत में पोते-पोतियों व नवासियों तक का जिक्र है और उसमें साफ है कि बिना इनकी सहमति के कोई संपत्ति नहीं बेची जा सकती। इसलिए संपत्ति बंटवारे का विवाद एक फिर गहराएगा। वे बहुत जल्द इसका खुलासा करने वाली हैं।
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