कार्य स्थलों की सुरक्षा के साथ ही रिओपन हो स्कूल : टीचर्स यूनियन

टोरंटो। अंतत: सरकार की बैक-टू-स्कूल योजना को साकार करने के लिए अब केवल कुछ हफ्ते का समय ही शेष रह गया हैं, परंतु अभी भी राज्य सहित पूरे देश की कई संस्थाएं इसी उलझन में हैं कि यह योजना सफल होगी या नहीं। टोरंटो की टीचर्स यूनियनों का मानना है कि सरकार व स्कूल बोर्ड अध्यापकों के लिए कार्य स्थलों की सुरक्षा को सुनिश्चित करके ही स्कूलों को रिओपन करें, यूनियन का कहना है कि यदि छात्रों को शिक्षा देने वाले अध्यापक ही संक्रमण का शिकार होते हैं तो छात्रों का शिक्षा-सत्र कैसे पूरा होगा? ज्ञात हो कि इस बारे में लगभग 19,000 अध्यापकों व शैक्षणिक कर्मचारियों की एक यूनियन संगठन के कुछ सदस्य मंत्री मोन्टी मक्नोघटन से मिलें, परंतु उन्होंने भी इस बारे में कोई ठोस वचन नहीं दिया कि अभी तक सरकार ने इस बारे में केवल अध्यापकों व अन्य स्टाफ सदस्यों के लिए कोई पृथक योजना तैयार की हैं। यूनियन का कहना है कि यह योजना पूर्ण रुप से व्यवसायिक स्वास्थ्य व सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन हैं जिसके अंतर्गत सरकार केवल अपनी हठधर्मिता को निभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं और यहीं सोच रही हैं कि किसी प्रकार से यह योजना साकार हो जाएं और देश में सभी स्कूल बोर्ड अपने स्कूलों को खोलकर सरकारी राजस्व का पूर्ण भुगतान कर सके।  ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह करवाएं एक ऑनलाईन सर्वे लेजर द्वारा यह बात स्पष्ट पता चली कि देश के अधिकतर अभिभावक इस बात से प्रसन्न तो हैं कि जल्द ही उनके बच्चे स्कूल जा सकेंगे, परंतु उन्हें इस बात का बेहद डर भी है कि कहीं थोड़ी सी लापरवाही भी उनके बच्चों को महामारी के काल का निवाला न बना दें। इस सर्वे में 66 प्रतिशत अभिभावकों ने अपनी चिंता का प्रमुख कारण कोविड-19 के प्रसार को बताया और माना कि यदि स्कूल में एक भी केस पाया जाता है तो वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे, अधिकतर अभिभावकों का मानना है कि बच्चे इस महामारी काल में उचित दूरी नहीं बना सकेंगे, जिसके कारण यह संक्रमण तेजी से फैल सकता हैं। लोगों से जब यह पूछा गया कि यदि कोरोना के केस स्कूलों में पाएं जाते हैं तो वह क्या निर्णय लेंगे इसमें 69 प्रतिशत अभिभावकों का कहन है कि वे अपने बच्चों को तुरंत स्कूल भेजना बंद कर देंगे, जबकि 19 प्रतिशत अभिभावकों का मानना है कि अधिक सुरक्षा के साथ बच्चों को भेजना चाहिए जबकि 12 प्रतिशत अभिभावकों का कहना है कि अभी वह इस बारे में कोई सुनिश्चित जवाब नहीं दे सकते।

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