अमेरिका-कैनेडा में बचों की पढ़ाई टाली
अमेरिकी डॉलर के लगातार मजबूत होने से पंजाबियों का विदेश में पढ़ाई का सपना धूमिल हो रहा है। पिछले दो माह में अमेरिकी डॉलर की कीमत रुपये की तुलना में तकरीबन 10 फीसदी बढ़ गई है। विदेश में पढ़ाई का खर्च बढऩे से कई अभिभावकों ने अपने बचों के एडमिशन फिलहाल टाल दिए हैं।
सेफ वे इमीग्रेशन कंसल्टेंट के एमडी जसबीर सिंह के मुताबिक अमेरिका और कैनेडा की करेंसी में आई तेजी का असर निश्चित तौर परअभिभावकों की जेब पर ही पड़ेगा, यदि जल्द ही रुपये में मजबूती नहीं आई तो विदेश में पढ़ाई के लिए जाने वालों की संख्या बहुत कम रह जाएगी।
पंजाब नेशनल बैंक के लुधियाना सर्किल हैड एके अहलूवालिया के मुताबिक आरबीआई के निर्देशानुसार विदेश में पढ़ाई के लिए बैंक केवल 20 लाख रुपये तक एजूकेशन लोन दे सकते हैं। अगर पिछले दो महीने में डॉलर 59 रुपये से बढक़र 64 रुपये हुआ है तो इसका सारा बोझ अभिभावकों पर ही आएगा क्योंकि बैंक अपनी सीमा से अधिक लोन नहीं दे सकते।
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