टोरंटो मस्जिद में मिले धमकी भरे मैसेज की जांच में लगी पुलिस
टोरंटो। राष्ट्रीय कैनेडियन मुस्लिम परिषद् (एनसीसीएम) के अनुसार शनिवार को मिले मौत की धमकी भरे संदेश के पश्चात यहां का वातावरण भय ग्रस्त हो गया हैं, ज्ञात हो कि पिछले वर्ष न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों में हुए इसी प्रकार के हमलों में 51 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। शनिवार को टोरंटो मस्जिद की अधिकारिक वैबसाईट पर एक ईमेल संदेश में ”डू ए क्रिस्ट चर्च” आने से यहां हड़कंप मच गया, जांच के लिए फौरन स्थानीय पुलिस को बुलवाया गया। एनसीसीएम के सईओ मुस्तफा फारुक ने बताया कि इस प्रकार के आतंक से हमारी सुरक्षा का दायित्व पुलिस व प्रशासन दोनों का हैं और अब इससे अधिक बर्दाश्त नही किया जा सकता, इस्लाम कभी भी हमें लड़ने की इजाजत नहीं देता। उन्होंने टोरंटो पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस घटना के तुरंत बाद ही पुलिस अपनी कार्यवाही में बहुत अधिक गंभीरता से लग गई, जिससे उन्हें व संबंधितों को बहुत बड़ा सहारा मिला हैं। उन्हें पूर्ण आशा है कि इस प्रकार के भयानक संदेश भेजने वालों को जल्द ही पकड़ा जाएगा और उचित दंड भी मिलेगा। पुलिस समय-समय पर पूरी जांच प्रक्रिया का ब्यौरा भी दे रहीं हैं, जिससे हमें सांत्वना हैं कि अवश्य ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने अपनी कार्यवाही में इस बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए जनता से मदद मांगी हैं, कॉन्सटेबल एडवर्ड पार्कस ने एक सार्वजनिक संदेश में कहा कि यदि किसी को भी इस संबंध में कोई भी जानकारी हो तो कृपया करके 416-808-5300 पर सूचना दें, सूचना देने वाले की जानकारी को गुप्त रखा जाएगा। पुलिस ने इस बारे में भी जानकारी दी कि पिछले दिनों एक 58 वर्षीय व्यक्ति की मौत अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम संस्थान (आईएमओ) मस्जिद के बाहर हो गई थी, जिसका संबंध इस धमकी भरे संदेश से भी लगाया जा रहा हैं। व्यक्ति पर जानलेवा हमलावर भी अभी तक पकड़ा नहीं गया, एनसीसीएम का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं देश में घृणात्मक वातावरण पैदा करने के लिए की जा रही हैं। उन्होंने यह भी माना कि कैनेडा में उनके समुदाय पर पूर्व से ही आतंक को लेकर भेदभाव की नीति अपनाई जा रही हैं, जिसके लिए भी केंद्र सरकार को किसी बड़े कदम को उठाने की आवश्यकता हैं। वहीं दूसरी ओर मेयर जॉन टोरी ने बताया कि इस प्रकार की घृणात्मक कार्यवाही करने वालों को जल्द ही पकड़ा जाएगा और दोषियों पर उचित कार्यवाही की जाएंगी, कैनेडा ने हमेशा सर्वधर्म सम्मान की नीति अपनाई हैं और इस मसले को भी उसी नीति के अंतर्गत हल किया जाएगा, जिसके लिए सभी का सहयोग आवश्यक हैं और उन्हें पूर्ण आशा है कि मुस्लिम वर्ग अपना सहयोग इस बारे में अवश्य देंगे, जिससे सौहार्द का वातावरण बन सके।
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