पूर्व एफबीआई अधिकारी ने कैनेडियन स्पाई-कैचींग सिस्टम पर जताई चिंता

औटवा। अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) के पूर्व प्रमुख ने अपनी नई पुस्तक फ्रैंक फिगललीउजी ने स्पष्ट कहा कि आरसीएमपी की कार्य प्रणाली धीमी हैं और आरोपियों को पकड़ने में उतनी तीव्रता नहीं दिखाई जाती जितनी वर्तमान समय में आवश्यकता हैं। इस पुस्तक में यह भी लिखा गया कि कैनेडियन नेवी में कैनेडियन सुरक्षा जांच सेवा ने एक रुसी गुप्तचर जैफरी डेलीसले को बहुत देरी से पकड़ा था जो इस बात का स्पष्ट उदाहरण हैं। इस गिरफ्तारी के पश्चात कैनेडा सहित अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आदि देश भी सतर्क हो गए। ज्ञात हो कि आरसीएमपी ने इस जूनियर नेवी अधिकारी को गत 13 जनवरी, 2012 में गिरफ्तार किया था, जिसके पश्चात कोर्ट कार्यवाही के दौरान इसे सुरक्षा की दृष्टि से 20 वर्षों की कड़ी सजा सुनाई गई। बताया जा रहा है कि डेलीसले पिछले चार वर्षों से रुस को लगभग 110,000 डॉलर के एवज में कई कैनेडियन गुप्त समाचार पहुंचा रहा था, इस जानकारी के बारे में भी 2 दिसम्बर, 2011 को रुसी अधिकारियों द्वारा समाचार दिया गया कि कैनेडियन नेवी में कोई अधिकारी उनकी मदद कर रहा है जब यहां के आरसीएमपी ने छानबीन में यह पाया और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
मामले की विस्तृत छानबीन के पश्चात यह देखा गया कि वाशिंगटन स्थित अमेरिकी सुरक्षा जांच अधिकारियों ने भी यह पता लगाया था कि हैलीफेक्स स्थित एक नेवी अधिकारी रुस से नकदी प्राप्त कर रहा हैं और जिसका कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा था, परंतु जब मामले को जांचा गया तो पाया कि मामला गंभीर हैं और इसके स्पाई की भूमिका निभाई जा रही हैं। उन्होंने अपनी पुस्तक में यह भी लिखा कि कैनेडा में किसी भी सैन्य कार्यालय में गुप्त रुप से कोई कोड सिस्टम नहीं उपलब्ध हैं जिससे इसका लाभ कोई भी उठा लेता हैं। इसके अलावा भी कई प्रकार की कमियां बताते हुए लेखक ने अपनी पुस्तक में कैनेडियन सैन्य विभाग के प्रति चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन कमियों को जल्द ही नहीं सुलझाया गया तो कोई बड़ी घटना होने पर सैन्य विभाग परेशानी में पड़ सकता हैं विशेष रुप से कैनेडियन नेवी। वहीं दूसरी ओर लोक सुरक्षा मंत्री बिल ब्लेयर की महिला प्रवक्ता मैरी-लिज पावर ने बताया कि कैनेडा में इस प्रकार की कोई लापरवाही नहीं हैं जिसके लिए भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, इस मामले में विलंभ होने का कारण आरोपी के प्रति उचित साक्ष्य नहीं बरामद होने से हुई इसके लिए कैनेडियन नेवी या अन्य विभागों को निशाना बनाना गलत हैं। जिसके लिए अमेरिकी एफबीआई अधिकारियों को दूसरे देश के सैन्य विभागों पर टिप्पणी से बचना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी इस प्रकार की कार्यवाही के लिए आरसीएमपी और सीएसआईएस विभाग मिलकर कार्य करता हैं और न्याय के लिए भी आपसी सहमति पर ही कोई भी फैसला सुनाया जाता हैं।

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