कैनेडा-अमेरिका के संबंधों पर चर्चा के लिए विशेष सत्र
औटवा। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा यह घोषणा करने के पश्चात कि वे पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा निर्धारित सभी नियमों में बदलाव करेंगे, पूरी दुनिया में हलचल मच गई हैं, इसी के अंतर्गत कैनेडा भी अपने और अमेरिका के रिश्तों को एक बार फिर से समीक्षा के दौर से गुजर रहा हैं, इसी श्रेणी में केंद्रीय कंसरवेटिवस ने एक विशेष सत्र बुलाकर इस बारे में गहन चर्चा का प्रस्ताव रखा है कि वर्तमान में कैनेडा-यू.एस. संबंध किस स्तर पर है और इसके अलावा पिछले वर्ष से महामारी काल के दौरान दोनों देशों की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए क्या नए प्रयास किए जा सकते है। जानकारों का कहना है कि इस समय ऐसी योजनाओं की आवश्यकता है जिससे दोनों देशों के व्यापार को एक नई दिशा मिल सके जिसमें वे विकास के नए आयामों को प्राप्त करें और इससे न केवल दोनों देशों के रिश्तों में मधुरता आएं अपितु आर्थिक विकास के कारण अर्थव्यवस्था में भी वांछित सुधार हो सके। इस कमेटी में कैनेडा के उप प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और कैनेडियन राजदूत जोकि अमेरिका में कैनेडा का नेतृत्व कर रहे हैं को भी शामिल किया जाएगा जिससे वे सभी पहलुओं पर गौर करते हुए अपनी राय भी इसमें शामिल कर सके और देश के विकास में अपना अतुलनीय सहयोग दे सकें। ज्ञात हो कि इस बारे में पिछले दिनों अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सोमवार को कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो से बात की और आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदार के रूप में कैनेडा को अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी बताया। हैरिस ने उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार किसी दूसरे देश के नेता से फोन पर बात की। व्हाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ”उपराष्ट्रपति ने कैनेडा को अमेरिका का एक महत्वपूर्ण आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदार बताया।
उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन के समाधान तथा दोनों देशों में रोजगार सृजन के लिए आर्थिक भागीदारी में विस्तार समेत कई मुद्दों पर कैनेडा के साथ काम करने की इच्छा जतायी।ÓÓ हैरिस ने चीन द्वारा अनुचित तौर पर हिरासत में लिए गए कैनेडा के दो नागरिकों के मुद्दे पर भी कैनेडा से एकजुटता प्रकट की और स्पष्ट किया कि अमेरिका उनकी रिहाई के लिए हर मुमकिन प्रयास करेगा। बातचीत के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति और कैनेडा के प्रधानमंत्री करीबी संपर्क में रहने और द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार के लिए सभी तरह के कदम उठाने पर सहमत हुए।
वहीं अमेरिका में, पूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी, जिन्हें जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विशेष दूत नियुक्त किया गया है, ने कहा कि अमेरिका पेरिस जलवायु समझौते पर पुन: बातचीत करेगा जिससे ट्रंप प्रशासन ने 2015 में पीछे हटने का फैसला लिया था। इस मौके पर एंटनी ब्लिंकेन ने दुनिया के सभी देशों से समर्थन का आह्वान करते हुए कहा कि अमेरिका वैश्विक समस्याओं को अकेला हल नहीं कर सकता. मालूम हो कि नए राष्ट्रपति की टीम में एलेजांद्रो मयोरकास को सेक्रेटरी ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी का पदभार सौंपा गया है. वह ओबामा-बाइडेन कार्यकाल में होमलैंड सिक्यॉरिटी के डिप्टी सेक्रटरी का पद संभाल चुके हैं. वहीं, ष्टढ्ढ्र की पूर्व डिप्टी डायरेक्टर ऐवरिल हैन्स को नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक का पद दिया गया है. जबकि लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करेंगी. लिंडा ने बाइडेन के नारे को दोहराते हुए कहा, ‘मैं आपसे कहना चाहती हूं: अमेरिका वापस आ गया है. बहुपक्षवाद वापस आ गया है, कूटनीति वापस आ गई हैÓ. इन पर होगा जोर : बाइडेन ने बताया कि हमारी टीम राष्ट्रीय सुरक्षा, कोरोना महामारी और वैक्सीन वितरण योजना पर ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत कर रही है. उन्होंने कहा कि जिन छह महिलाओं और पुरुषों को उन्होंने अपने प्रमुख राजनयिक और खुफिया सलाहकारों के रूप में चुना है, वे ट्रंप की चार वर्षीय नीति के इतर बहुपक्षवाद, वैश्विक सहयोग और जलवायु परिवर्तन से निपटने पर जोर देंगे. हमारा प्रयास अमेरिका को ट्रंप शासन से पूर्व की स्थिति में लेकर आना है।
Comments are closed.