एनआइआइएलएम कादल ने लिया फोटोफेयर में हिस्सा

कैथल – आज के तकनीकी युग में विश्वस्तर पर नए आविष्कार और नए विकास प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव का कारण बन रहे है, ऐसे में व्यक्तिगत स्तर पर सम्पूर्ण विकास के लिए इनका ज्ञान होना समय की माग बन चुका है।
इसको ध्यान में रखते हुए एनआइआइएलएम विश्वविद्यालय ने अपने 32 विद्यार्थियों का एक दल फोटोफेयर 2013 में भेजा। फोटोफेयर में कैनन, सोनी, निकोन, जेवीसी, एचपी, जैसी कम्पनियों ने अपने अत्याधुनिक कैमरों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य फोटोग्राफर्स को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के क्षेत्र में आए नवीन तकनीकी गतिविधियों से परिचित करवाना था।
हरियाणा प्रदेश में फोटोग्राफी को स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन द्वारा प्रोत्साहित करने के लिए हरियाणा फोटोग्राफर्स एसोसिएशन ने विश्वविद्यालय को विशेष सम्मान से सम्मानित भी किया।
एनआइआइएलएम विश्वविद्यायल के स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन के विभागाध्यक्ष सुधाशु शेखर ने हरियाणा फोटोग्राफर्स एसोसिएशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान से हटकर इंडस्ट्री में हो रहे नए तकनीकी विकास से परस्पर जुडऩे का मौका मिलता है और रोजगार बेहतर अवसर मिलते है।
फोटोफेयर से लौटे चीका में रहने वाले बीएससी ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन प्रथम वर्ष के साहिल सिंगला, कैथल के विकी बोथ, विकास बोथ, युवल शर्मा, कलायत के अनुज, सीवन की गीता मोगा आदि उत्साहित थे। कैनेडा से आए फोटोग्राफर रमेश सिंगला और नई दिल्ली के विकास दास ने विद्यार्थियों को फोटोग्राफी के गुर सिखाए। वहा आए विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को परस्पर संपर्क में रहने की सलाह दी जिससे कि समय-समय पर वे नई तकनीक के लिए तैयार रहें।
इस वीडियो को देख कांप उठेंगे आप…
कई बार हमारे आस-पास ऐसी घटना घटित हो जाती है हम कुछ पल के लिए भौंचके रह जाते है यानी कुछ पल के लिए हमारी धडकनों की गति तेज हो जाती। यानी हम डर जाते है। दिमाग में अजीब सी हलचल पैदा हो जाती है जो अपने आप ही अजीब आवाजें सुनाई देने लग जाती तो कभी कुछ भी दिखाई देने लग जाता है। जो न चाहते हुए भी शरीर में सिरहन पैदा कर देता है।

ऐसा ही कुछ मिलता जुलता वाक्य कैनेडा में एक शख्स के साथ घटित हुआ। कैनेडा के इस शख्स को पहले तो अपने घर पर कुछ अजीब आवाजें सुनाई दी और फिर दूसरी बार उनको ओर अधिक खौफनाक आवाजें सुनाई दी। ये आवाजें कुछ ऐसी ही थीं तैसे अमूमन भूतहा फिल्मों का बैकग्राउंड होता है।
दिलचस्प बात ये थी कि जब इन आवाजों को रिकॉर्ड करके इस शख्स ने फेसबुक पर डाला तो उस पर कई लोगों के कमेंट आए हुए थे। जिनमें से कई आस-पास वाले भी थे और उन्होंने भी ये आवाज सुनने की पुष्टि की।

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