2021-22 का शिक्षा सत्र पूर्ण रुप से वर्चुअल लर्निंग को अपनाएं : फोर्ड
ओंटेरियो। राज्य में पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोविड-19 का प्रकोप चल रहा हैं और इसका सबसे अधिक बुरा प्रभाव शिक्षा प्रणाली पर हो रहा हैं जिसके लिए यह सुनिश्चित नहीं किया जा रहा कि इसे वर्चुअल रुप से चलाया जाएं या भौतिक रुप से, जनवरी में कुछ स्कूलों को खोलने के पश्चात मार्च तक उन्हें पुन: बंद करना पड़े और इन सब बदलावों में बच्चों पर मानसिक व शारिरीक दोनों प्रकार से बुरा प्रभाव पड़ा। इन्हीं कारणों को देखते हुए प्रीमियर डाग फोर्ड ने एक घोषणा करते हुए कहा कि इस वर्ष 2021-22 का पूर्ण शिक्षा सत्र वर्चुअल लर्निंग के रुप में पूरा किया जाएं जिससे अभिभावक व शिक्षा कर्मी उसी प्रकार से योजना बद्ध तरीके से बच्चों को पढ़ा सके, इस प्रकार से बार-बार शिक्षा प्रणाली में बदलाव करने से बच्चों की मानसिकता पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा हैं जिसके लिए एक निर्णय ही सार्थक होगा। मंगलवार को दिए अपने संबोधन में उन्होंने यह भी माना कि सितम्बर तक सरकार को इस बात का वास्तविक ज्ञान नहीं था कि कितने बच्चों को रिमोट लर्निंग से जोड़ा जा रहा हैं और कितने बच्चे भौतिक रुप से पढ़ रहें हैं, परंतु अब राज्य की पूरी शिक्षा प्रणाली को ही वर्चुअल लर्निंग में शामिल करने से शिक्षा मंत्रालय को भी वास्तविक आंकड़ों का पता चल सकेगा। अभिभावकों का यह भी दायित्व है कि वे इस बार अपने बच्चों को समझाएं कि किस लिए सरकार ने इस बार तीसर बार ‘स्टे-एट होम’ लगाया हैं, जिसमें अभिभावकों को पूर्ण रुप से घर में ही रहना होगा, इसमें समर कैम्पस को स्थगित कर दिया गया हैं, कोई भी व्यक्ति बर्थडे पार्टी का आयोजन नहीं कर सकता, इसी प्रकार से लौह-पुल निर्माण के इंजिनियर को भी अपने काम से कुछ दिनों के लिए अलग रहने पर ही सुरक्षा के साथ सभी योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ हैं। परंतु इस वर्ष भी ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा कि कोविड-19 का प्रभाव कम हो सकेगा। वहीं दूसरी ओर ऑनलाईन पढ़ाई के अंतर्गत बच्चों को कई प्रकार की समस्याओं से प्रतिदिन जूझना पड़ रहा हैं और जिसके कारण शिक्षा सत्र पूरा होने की संभावना भी कम प्रतीत हो रही हैं।
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