एमआरएनए वैक्सीन के उत्पाद हेतु केंद्र सरकार देगी 200 मिलीयन डॉलर की सहायता

टोरंटो। केंद्र सरकार द्वारा अपनी नई घोषणा के अंतर्गत अमेरिकी फार्माक्चुअल निर्माता कंपनी की मिसिसॉगा शाखा को वित्तीय सहायता देने की बात स्वीकारी हैं।  प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान में बताया गया कि कोविड-19 से लड़ने के लिए अब कैनेडा एमआरएनए वैक्सीनस पर भी निवेश की योजना तैयार कर रहा हैं, जिससे देश में भी अपनी वैक्सीन का निर्माण किया जा सके। इसके लिए अमेरिकी कंपनी के मिसिसॉगा प्लांट में लगभग 199.16 मिलीयन डॉलर की योजना को पारित किया गया हैं। इस योजना के अंतर्गत एमआरएनए आधारित वैक्सीन के लिए अगले तीन वर्षों में 402 मिलीयन डॉलर के निवेश का ढांचा तैयार किया गया हैं। कंपनी सूत्रों के अनुसार मैसेंजर आरएनए वैक्सीन इस प्रकार की दवा तैयार कर रही हैं जिससे मनुष्य की बॉडी में ऐसे सैल तैयार हो सके जो उसकी आंतरिक इम्युनिटी को बढ़ाने में अन्य कमजोर सैलस की सहायता करें। यह तकनीक फाईजर – बायोनटेक और मॉर्डना वैक्सीन के आधुनिक रुप की विचारधारा पर कार्य करेगी। लेकिन अभी तक इस नए फार्मूला में कैनेडा में वैक्सीन तैयार नहीं की गई जिसका मुख्य कारण देश में उत्पाद की क्षमता की कमी बताया जा रहा हैं।
ट्रुडो ने यह भी बताया कि इस निवेश से देश में 500 नए रोजगार को भी प्रगति मिलेगी और 50 कॉ-ओप. पदों पर युवाओं को नए अवसर प्रदान होंगे, इससे अगले 25 वर्षों में फार्मा जगत में कैनेडा को सर्वोपरि रखने की भी योजना तैयार की गई हैं।
इस घोषणा पर विपक्षी पार्टी कंसरवेटिवस ने अपनी तीखी टिप्पणियों से सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाएं हैं, उनका कहना है कि इस योजना से देश को भविष्य में लाभ होगा, परंतु इस समय कैनेडियनस को आज एक आधुनिक वैक्सीन की आवश्यकता हैं जो उन्हें कोविड-19 के प्रकोप से पूर्ण रुप से बचा सकें। प्रधानमंत्री की घोषणा पर प्रशन उठाते हुए विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार को ऐसी योजना तैयार करनी चाहिए थी जिसका लाभ आज मिल सके और अधिक से अधिक लोगों को इस महामारी से बचाया जा सकें, विपक्ष का यह भी मानना है कि प्रधानमंत्री विदेशी कंपनियों पर अधिक निवेश क्यों कर रहें हैं जबकि पश्चिमी कैनेडा में स्थित स्वदेशी फार्मा कंपनियों को इस क्षेत्र में आगे आने के लिए कोई भी सरकारी मदद नहीं दी जा रही, इस पर भी सरकार पर संदेश जताया जा रहा हैं।

You might also like

Comments are closed.