नए सैन्य अधिकारी को कैनेडा के वैक्सीन प्रोग्राम पर सबसे पहले ध्यान देना होगा : विशेषज्ञ
डार्टमाउथ। देश के सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले दिनों कैनेडियन सेना के वरिष्ठ पदों के बदलाव का प्रभाव सैन्य वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर नहीं पड़ना चाहिए । ज्ञात हो कि शनिवार को किंगस्टन स्थित क्वीनÓस यूनिवर्सिटी के प्रौफेसर क्रिस्टीयन लेउप्रीचट ने कहा कि सैन्य पदों में बदलाव का प्रभाव कैनेडियन सेना की सुरक्षा पर कतई भी नहीं होना चाहिए इस बारे में सरकार को विशेष ध्यान रखना होगा। वहीं दूसरी ओर नवनियुक्त मेजर-जनरल डेनी फॉरटीन ने इस बात पर केंद्र सरकार से सवाल किया हैं कि अभी तक कैनेडियन सैन्य कर्मियों के लिए वैक्सीनेशन का उचित प्रबंध क्यों नहीं किया गया हैं? उन्होंने यह भी बताया कि इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय के कार्यालय द्वारा इस मामले पर कोई भी ताजा रिपोर्ट देने से इंकार किए जाने पर यह सवाल उठाएं जा रहे हैं कि देश की सुरक्षा के लिए क्या सरकार का कोई भी दायित्व नहीं उठता। केंद्र सरकार गत वर्ष नवम्बर से वैक्सीन का प्रचार कर रही हैं और यह माना जा रहा है कि जल्द ही आधे कैनेडियनस को यह डोज दे दी जाएंगी, परंतु अभी तक इसका वितरण सैन्य विभागों में क्यों नहीं किया गया? वहीं विपक्षी पार्टी कंसरवेटिव के रक्षा समीक्षक जैम्स बेजान ने बताया कि केंद्र सरकार पहले से ही सेना में यौन उत्पीड़न के दोषी को बचाने का प्रयास कर रही हैं और उसके बावजूद अब इस प्रकार की भेदभाव की नीति के सामने आने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार देश की व्यवस्था को संभालने के बजाएं उसे बिगाड़ रही हैं, जिसके लिए जनता को जल्द ही जवाब देना होगा।
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